बिहार विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, राज्य की सियासत गरमाती जा रही है। एक ओर जहां एनडीए में सीट शेयरिंग को लेकर खींचतान तेज है, वहीं दूसरी ओर महागठबंधन (RJD-कांग्रेस-वाम दल-वीआईपी आदि) में भी बैठकों और रणनीति पर मंथन जारी है। इसी बीच विकासशील इंसान पार्टी (VIP) प्रमुख मुकेश सहनी ने महागठबंधन की ओर से बड़ा बयान देकर राजनीतिक माहौल को और गरमा दिया है।
मुकेश सहनी ने रविवार को कहा कि इस बार का चुनाव बिहार के बेहतर भविष्य का चुनाव होगा और महागठबंधन की सरकार बनना तय है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा,
> “इस बार बिहार के मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव होंगे और मैं उपमुख्यमंत्री बनूंगा।”
उनके इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है।
सीट शेयरिंग और सीएम-डिप्टी सीएम पद पर बनी सहमति
सहनी ने बताया कि रविवार को तेजस्वी यादव के आवास पर हुई महागठबंधन की अहम बैठक में सीट शेयरिंग को लेकर सहमति बन चुकी है। सभी घटक दलों के बीच तालमेल और विश्वास की भावना है। उन्होंने कहा कि महागठबंधन पूरी तरह एकजुट है और सीएम-डिप्टी सीएम जैसे बड़े फैसलों पर भी सभी सहयोगी दल सहमत हैं।
उन्होंने कहा कि “महागठबंधन के सभी साथी एकजुट हैं, अब कोई मतभेद नहीं है। हम सब बिहार के विकास और युवाओं के भविष्य के लिए एकजुट होकर चुनाव लड़ेंगे।”
NDA में जाने की अटकलों पर लगाई विराम
बीते कुछ दिनों से यह चर्चा थी कि मुकेश सहनी सीट शेयरिंग में असंतुष्ट हैं और वे एनडीए में वापसी कर सकते हैं। लेकिन सहनी ने इन तमाम अटकलों को सिरे से खारिज करते हुए कहा,
> “मैं महागठबंधन का हिस्सा हूं और महागठबंधन की सरकार बनाने के लिए मेरी पार्टी लगातार काम कर रही है। बिहार की जनता बदलाव चाहती है और यह बदलाव महागठबंधन के जरिए ही संभव है।”
उन्होंने स्पष्ट किया कि वीआईपी पार्टी महागठबंधन के साथ मजबूती से खड़ी है और एनडीए में जाने का कोई सवाल ही नहीं उठता।
‘एनडीए सरकार को उखाड़ फेंकेंगे’ — सहनी
वीआईपी प्रमुख ने एनडीए पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि “महागठबंधन के घटक दलों में किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं है। हम सब मिलकर एनडीए की भ्रष्ट सरकार को उखाड़ फेंकेंगे। इस बार जनता ने मन बना लिया है कि बिहार में बदलाव लाना है।”
उन्होंने कहा कि बीते 17 महीनों में जब महागठबंधन की सरकार रही, तब शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क और रोजगार जैसे क्षेत्रों में बेहतर काम हुए। युवाओं को नौकरियां दी गईं, महिलाओं के लिए योजनाएं बनीं और किसानों के लिए राहत की नीतियां लागू की गईं।
बिहार का युवा महागठबंधन के साथ
सहनी ने दावा किया कि इस बार बिहार का युवा, किसान और आम जनता महागठबंधन के साथ है।
> “युवाओं ने ठान लिया है कि भ्रष्टाचार और वादाखिलाफी की राजनीति को खत्म करना है। इस बार जनता महागठबंधन की सरकार बनाएगी ताकि बिहार को नई दिशा दी जा सके,” — उन्होंने कहा।
सहनी का यह बयान न सिर्फ महागठबंधन की एकजुटता का संदेश देता है, बल्कि विपक्ष की रणनीति को भी स्पष्ट करता है — “तेजस्वी मुख्यमंत्री, मुकेश सहनी उपमुख्यमंत्री।”
निष्कर्ष
मुकेश सहनी के इस बयान ने बिहार की चुनावी सियासत में नई ऊर्जा और बहस दोनों को जन्म दिया है। जहां एक ओर महागठबंधन इसे एकजुटता का संकेत मान रहा है, वहीं एनडीए के नेताओं के बीच चिंता बढ़ गई है। अब देखना यह होगा कि क्या वाकई 2025 में बिहार की सत्ता का रुख बदलता है और तेजस्वी-सहनी की जोड़ी जनता को रास आती है या नहीं।
