बिहार विधानसभा चुनाव से पहले आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है। जनसुराज के प्रमुख प्रशांत किशोर (PK) द्वारा उठाये गए आरोपों के बाद ग्रामीण कार्यमंत्री अशोक चौधरी अब मीडिया के सामने सीधा जवाब दे रहे हैं और उन्होंने प्रबल रुख अपनाया है।
अशोक चौधरी ने कहा, “मजबूती के साथ मैं बिहार में जो विरोधी हैं, उनके खिलाफ छाती ठोककर राजनीति करूंगा। मैं दलित का बेटा हूं, लेकिन किससे कम हृदय मुझे नहीं मिला है।” उन्होंने खुलकर चुनौती दी कि अगर उनकी घोषित संपत्ति से अधिक एक भी करोड़ रुपये या एक धुर जमीन किसी के पास साबित कर दी गई तो वे गुलामी करने तक को तैयार हैं।
जेडीयू कार्यालय में मीडिया से बात करते हुए अशोक चौधरी ने कहा कि जिन आरोपों का हवाला दिया जा रहा है, वे उनकी घोषित संपत्ति में ही सम्मिलित हैं। उन्होंने आगे कहा, “अरे, कोई कह दे कि मेरा पार्टनरशिप ट्रंप के साथ भी है, तो इसका क्या अर्थ होगा?”
अशोक चौधरी ने आरोप-प्रत्यारोप को राजनीतिक जंग का हिस्सा बताते हुए कहा, “राजनीति में किसी पर कभी भी आरोप लगाए जा सकते हैं, परन्तु आरोपों से किसी की राजनीतिक हत्या नहीं होती — न मेरी होगी।” उन्होंने अपने राजनीतिक करियर का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में साढ़े चार साल कार्य किया है और जनता दल (यू) के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष भी रहे हैं; इसीलिए उनकी राजनीतिक कार्यक्षमता पर किसी का प्रभाव नहीं पड़ेगा।
प्रशांत किशोर की ओर से भेजे गये नोटिस के जवाब के बारे में पूछे जाने पर चौधरी ने बताया कि जवाब मिल चुका है और उनकी लीगल टीम उसे देख रही है। उन्होंने यह भी कहा कि कोर्ट में कार्रवाई समय लेगी, पर “जनता की अदालत” जल्दी निर्णय दे देगी — संभवतः चुनाव तक ही मामला बनकर रहेगा।
चुनाव लड़ने के सवाल पर अशोक चौधरी ने स्पष्ट कहा, “हम चुनाव लड़ेंगे — और अगर ज़रूरी हुआ तो दूसरों को भी लड़ाएंगे।” उन्होंने यह भी कहा कि बेला में जनसुराज की स्थिति जो दिखी, उसे अब पूरे बिहार में दिखाया जाएगा।
