भागलपुर जिले के **जगदीशपुर प्रखंड के चांदपुर गांव** से अंधविश्वास की एक दर्दनाक और चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां एक पूरे परिवार को सिर्फ इसलिए बेरहमी से पीटा गया क्योंकि पड़ोसियों ने उनकी बुजुर्ग महिला को डायन बता दिया। इस घटना ने न सिर्फ गांव बल्कि पूरे इलाके को दहला दिया है।

 

पीड़िता **रूमा देवी** ने बताया कि उनके बेटे की कटोरी गलती से पड़ोसी के ट्रैक्टर की टोली में चली गई थी, जिसे उनकी बेटी निकाल रही थी। इसी दौरान विवाद बढ़ा और पड़ोसी परिवार ने उनकी सास पर डायन होने का आरोप लगाकर गाली-गलौज शुरू कर दी। जब परिवार ने विरोध किया तो आरोपियों ने लाठी-डंडों से हमला कर दिया। मारपीट में रूमा देवी के पति का गला दबाया गया और उनके बुजुर्ग ससुर को भी बेरहमी से पीटा गया।

 

पीड़िता की सास ने रोते हुए बताया कि पड़ोसन **सरिता देवी** ने उन पर आरोप लगाया कि वे ट्रैक्टर में *जादू-मंत्र* कर रही हैं और इसी कारण उनका ट्रैक्टर नहीं चलता। इस अंधविश्वासी आरोप ने देखते ही देखते हिंसा का रूप ले लिया और पूरा परिवार निशाने पर आ गया।

 

पीड़ित परिवार के पुत्र **पंकज कुमार पोद्दार** ने गंभीर आरोप लगाए कि जब वे इस घटना की शिकायत लेकर थाने पहुंचे, तो आरोपियों की ओर से लगातार दबाव बनाया जाने लगा कि वे सुलह कर लें। इतना ही नहीं, धमकी दी गई कि अगर मामला नहीं दबाया तो उनके परिवार पर *रेप का झूठा केस* दर्ज करा दिया जाएगा।

 

न्याय की आस में पूरा परिवार **एसपी कार्यालय पहुंचा** और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। पीड़ितों ने कहा कि यदि समय रहते प्रशासन ने कदम नहीं उठाया तो उनकी जान को खतरा बना रहेगा।

 

ग्रामीणों का कहना है कि अंधविश्वास के नाम पर हो रही ऐसी घटनाएं समाज को शर्मसार कर रही हैं। 21वीं सदी में भी डायन प्रथा जैसे कुप्रथाएं जिंदा होना दुखद है। उन्होंने प्रशासन से गुहार लगाई कि दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई हो ताकि भविष्य में कोई भी परिवार अंधविश्वास का शिकार न बने।

 

 

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