सहरसा। जिले में विकास कार्यों को नई दिशा देने के लिए सहरसा एयरपोर्ट को शुरू करने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। पूर्णिया एयरपोर्ट के बाद अब सहरसा एयरपोर्ट को भी चालू करने की तैयारी की जा रही है, जिससे क्षेत्र के लोगों को बेहतर यातायात सुविधा मिलने की उम्मीद है। जिलाधिकारी दीपेश कुमार ने बताया कि ROB (रेलवे ओवर ब्रिज) निर्माण कार्य पूरा होने के बाद अब एयरपोर्ट संचालन के लिए आवश्यक औपचारिकताएँ शुरू कर दी गई हैं। इसके तहत 12.08 एकड़ भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है।
जिला भू-अर्जन पदाधिकारी अभिनय भास्कर ने जानकारी दी कि पुराने हवाई अड्डे के पश्चिम दिशा में नारियर मौजे की भूमि अधिग्रहण के लिए चिह्नित की गई है। कुल 267 रैयतों की भूमि अधिग्रहित की जाएगी। उन्होंने कहा कि भूमि मापी का कार्य तेजी से किया जा रहा है और रनवे निर्माण के लिए आवश्यक सर्वेक्षण भी शुरू कर दिया गया है। अधिकारियों का कहना है कि भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया पूरी होते ही एयरपोर्ट संचालन का रास्ता साफ हो जाएगा और जल्द ही यहां से उड़ानें शुरू हो सकती हैं।
स्थानीय लोगों में इस योजना को लेकर काफी उत्साह है। उनका मानना है कि सहरसा एयरपोर्ट चालू होने से क्षेत्र के विकास को नई दिशा मिलेगी। व्यापार, शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यटन जैसे क्षेत्रों में इसका सकारात्मक असर देखने को मिलेगा। साथ ही, सहरसा और पूरे कोसी क्षेत्र के लोगों को पटना, दिल्ली और अन्य बड़े शहरों की यात्रा में सुविधा होगी। समय और पैसे की बचत के साथ यात्रा आसान होगी, जिससे लोगों की जीवनशैली में बदलाव आने की संभावना है।
व्यापारियों ने बताया कि एयरपोर्ट चालू होने से न केवल यात्रा सुविधाएँ बढ़ेंगी बल्कि व्यापारिक गतिविधियों में भी तेजी आएगी। किसानों को अपने उत्पादों के बड़े बाजार तक पहुँचने में मदद मिलेगी। वहीं युवाओं ने कहा कि इससे रोजगार के नए अवसर खुलेंगे। शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं तक बेहतर पहुँच से क्षेत्र का समग्र विकास होगा।
जिला प्रशासन का कहना है कि भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से पूरी की जाएगी और प्रभावित परिवारों को उचित मुआवजा भी दिया जाएगा। अधिकारियों ने नागरिकों से सहयोग की अपील की है ताकि परियोजना जल्द पूरी हो और क्षेत्र को इसका लाभ मिल सके।
सहरसा एयरपोर्ट के चालू होने की संभावना से लोग खुश हैं और इसे क्षेत्र के विकास का बड़ा कदम मान रहे हैं। प्रशासन लगातार काम कर रहा है और जल्द ही इस दिशा में महत्वपूर्ण उपलब्धि मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।