सहरसा। उप श्रम आयुक्त कार्यालय परिसर में आज श्रम संसाधन विभाग की ओर से श्रम कल्याण दिवस के अवसर पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में श्रम आयुक्त, सहायक श्रम आयुक्त, श्रम अधीक्षक सहित विभाग के कई अधिकारी उपस्थित रहे। बड़ी संख्या में जिले के श्रमिकों ने कार्यक्रम में भाग लिया और सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी प्राप्त की।
कार्यक्रम की शुरुआत श्रमिकों के स्वागत से हुई। इसके बाद उप श्रम आयुक्त जावेद अहमद ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बताया कि श्रम कल्याण विभाग हर वर्ष 17 सितंबर को विश्वकर्मा पूजा के दिन श्रम कल्याण दिवस मनाता है। इसका मुख्य उद्देश्य श्रमिकों को विभाग की विभिन्न योजनाओं से जोड़ना, उन्हें सरकारी सहायता और सुविधाओं के प्रति जागरूक करना तथा उनके जीवन स्तर में सुधार लाना है।
जावेद अहमद ने बताया कि बिहार भवन निर्माण कल्याण बोर्ड के अंतर्गत वर्तमान में लगभग 15 योजनाएँ संचालित हो रही हैं। इनमें भवन मरम्मत, मातृत्व लाभ, विवाह सहायता, दुर्घटना सहायता, शिक्षा सहायता जैसी योजनाएँ शामिल हैं। इन योजनाओं के तहत पात्र श्रमिकों को 50-50 हजार रुपये तक की आर्थिक सहायता दी जाती है। उन्होंने कहा कि विभाग लगातार प्रयासरत है कि श्रमिकों को योजनाओं का लाभ आसानी से मिल सके और उनका सामाजिक तथा आर्थिक उत्थान हो।
कार्यक्रम में लगभग 50 श्रमिकों को विभिन्न योजनाओं का प्रत्यक्ष लाभ प्रदान किया गया। लाभार्थियों को आर्थिक सहायता के प्रमाण पत्र दिए गए और उन्हें योजनाओं से जुड़ने की प्रक्रिया समझाई गई। साथ ही, आवेदन करने की विधि, आवश्यक दस्तावेज़ और लाभ प्राप्ति की प्रक्रिया पर भी विस्तार से जानकारी दी गई।
श्रमिकों ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजनों से उन्हें योजनाओं की जानकारी मिलती है और वे सरकारी योजनाओं का लाभ आसानी से ले सकते हैं। कई श्रमिकों ने बताया कि पहले उन्हें योजनाओं के बारे में जानकारी नहीं थी, लेकिन अब वे आवेदन कर आर्थिक सहायता प्राप्त कर सकेंगे।
कार्यक्रम के अंत में अधिकारियों ने श्रमिकों से आग्रह किया कि वे योजनाओं से जुड़ें, समय पर आवेदन करें और अपने साथियों को भी इन योजनाओं के बारे में बताएं। विभाग ने यह भी आश्वासन दिया कि भविष्य में और अधिक शिविर आयोजित कर श्रमिकों तक योजनाओं का लाभ पहुँचाया जाएगा।
इस आयोजन ने श्रमिकों में जागरूकता फैलाने का कार्य किया और यह स्पष्ट संदेश दिया कि सरकार उनके जीवन को बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। श्रम कल्याण दिवस पर आयोजित यह कार्यक्रम श्रमिकों के अधिकारों और कल्याण के प्रति जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण साबित हुआ।