भागलपुर नगर निगम क्षेत्र के वार्ड संख्या 10 में उपचुनाव को लेकर शनिवार को मतदान प्रक्रिया शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई। प्रशासन की चाक-चौबंद व्यवस्था और सुरक्षा के व्यापक इंतजामों के बीच मतदाताओं ने लोकतंत्र के इस पर्व में उत्साहपूर्वक भाग लिया। कुल आठ मतदान केंद्रों पर सुबह से ही मतदाताओं की लंबी कतारें देखने को मिलीं। महिला, पुरुष, बुजुर्ग और पहली बार वोट डालने वाले युवा मतदाताओं ने पूरे जोश के साथ मतदान में भागीदारी निभाई।

चुनाव को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराने के लिए हर बूथ पर पुलिस बल की तैनाती की गई थी। साथ ही सभी मतदान केंद्रों की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। प्रशासन द्वारा पुरुष और महिला मतदाताओं के लिए अलग-अलग कतारों की व्यवस्था की गई थी, जिससे मतदान व्यवस्था सुचारू रूप से चलती रही।
सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने खुद भागलपुर के वरीय पुलिस अधीक्षक श्री हृदयकांत मतदान केंद्रों का दौरा करते नजर आए। उन्होंने मतदान केंद्रों पर पहुंचकर वहां की व्यवस्था का निरीक्षण किया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। प्रशासन की ओर से पहले ही मतदाताओं को सुरक्षित एवं निष्पक्ष मतदान का भरोसा दिलाया गया था, जिसे धरातल पर साकार करने में जिला प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद नजर आया।
निर्वाचन आयोग के निर्देशों के तहत दिव्यांग और बुजुर्ग मतदाताओं के लिए विशेष सुविधाएं उपलब्ध कराई गई थीं। व्हीलचेयर, रैंप जैसी व्यवस्थाओं के साथ-साथ इन मतदाताओं को प्राथमिकता भी दी गई। पहली बार वोट देने पहुंचे युवाओं में खासा उत्साह देखा गया। वोट डालने के बाद कई युवा सेल्फी लेते और लोकतंत्र में अपनी भागीदारी पर गर्व जताते दिखे।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह उपचुनाव उनके क्षेत्र के विकास की दिशा तय करेगा। मतदान केंद्रों के बाहर दिनभर उत्सुकता का माहौल बना रहा। लोग चर्चा करते नजर आए कि इस बार कौन प्रत्याशी जनता का भरोसा जीत पाएगा।
मतदान समाप्त होने के बाद सभी मतपेटियों को सुरक्षा के बीच स्ट्रॉन्ग रूम में सुरक्षित रख दिया गया है। प्रशासन ने मतगणना की सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं और तय समय पर मतगणना संपन्न कराई जाएगी।
गौरतलब है कि यह उपचुनाव वार्ड संख्या 10 के पूर्व पार्षद जीवन कुमार के बीपीएससी शिक्षक पद पर नियुक्त होने के कारण कराया गया है। शिक्षक के रूप में प्रतिनियुक्ति मिलने के बाद वे पार्षद पद की जिम्मेदारियों का निर्वहन नहीं कर पा रहे थे, जिसके चलते यह सीट रिक्त हुई और उपचुनाव आवश्यक हो गया।
इस बार का चुनाव राजनीतिक दृष्टिकोण से भी काफी अहम माना जा रहा है, क्योंकि मुकाबला त्रिकोणीय है। तीन प्रत्याशी—गुणेश्वर मंडल, वहीदा परवीन और शाहिदा खातून—के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है। तीनों ही प्रत्याशियों ने वार्ड की समस्याओं और विकास के मुद्दों को लेकर चुनाव प्रचार में दमखम दिखाया।
अब देखना दिलचस्प होगा कि जनता ने अपना भरोसा किस प्रत्याशी पर जताया है और वार्ड नंबर 10 की कमान किसके हाथों में जाती है। मतगणना के दिन तक पूरे क्षेत्र की निगाहें इस परिणाम पर टिकी रहेंगी।
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