नवाछिया पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए हाल ही में हुए लूटकांड का खुलासा कर दिया है। इस कार्रवाई ने न केवल अपराधियों के हौसले पस्त किए हैं, बल्कि आम जनता और व्यापारियों के बीच पुलिस के प्रति विश्वास भी मजबूत किया है। यह मामला उस समय सामने आया जब नवाछिया थाना क्षेत्र के गुदरिया स्थान के पास दो मोटरसाइकिलों पर सवार चार अज्ञात अपराधियों ने एक व्यापारी से हथियार के बल पर 10 लाख 10 हजार रुपये की बड़ी लूट को अंजाम दिया था।
यह घटना क्षेत्र में सनसनी फैला देने वाली थी। व्यापारी आनंद सिंह जब अपने व्यवसायिक कार्य से लौट रहे थे, तभी अचानक चार हथियारबंद अपराधियों ने उन्हें घेर लिया और उनके पास से ₹10,10,000 की नकदी लूट ली। लूट की यह वारदात इतनी तेजी से हुई कि मौके पर मौजूद लोग कुछ समझ भी नहीं पाए। अपराधियों के पास हथियार थे और उन्होंने व्यापारी को डराकर सारा पैसा लूट लिया। इस घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल बन गया और व्यापारियों में भारी असुरक्षा का अनुभव किया जाने लगा।

घटना की सूचना मिलते ही नवाछिया पुलिस हरकत में आ गई। थाना कांड संख्या 150/25 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच प्रारंभ की गई। जिले के वरीय पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम का गठन किया गया। इस टीम को तकनीकी सहायता और मानवीय खुफिया जानकारी के जरिए आरोपियों की पहचान करने का जिम्मा सौंपा गया। टीम ने सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल लोकेशन ट्रैकिंग, और स्थानीय मुखबिरों से प्राप्त सूचनाओं का बारीकी से विश्लेषण किया।
पुलिस की कड़ी मेहनत और रणनीतिक अनुसंधान का नतीजा यह हुआ कि कुछ ही दिनों में इस मामले के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार आरोपी का नाम प्रमोद कुमार उर्फ परमानंद मंडल है, जो एक कुख्यात अपराधी के रूप में पहले से ही पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज है। पुलिस ने बताया कि प्रमोद कुमार नवाछिया, खगड़िया और जमुई जिलों में पहले से ही कई संगीन अपराधों में शामिल रहा है। उस पर लूट, हत्या और आर्म्स एक्ट के तहत कई मामले दर्ज हैं।
पूछताछ के दौरान प्रमोद कुमार ने अपने अपराध को स्वीकार कर लिया और पुलिस को लूट की घटना से संबंधित महत्वपूर्ण सुराग दिए। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने ₹35,000 नकद, एक देसी कट्टा, एक जिंदा कारतूस, लूटा गया थैला और घटना के समय उपयोग किया गया गमछा भी बरामद कर लिया है। यह सबूत इस बात की पुष्टि करते हैं कि वह लूटकांड में सीधे तौर पर शामिल था।
प्रमोद कुमार की गिरफ्तारी के बाद पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में भी जुट गई है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही इस गिरोह के बाकी सदस्यों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस अधीक्षक ने इस सफलता के लिए विशेष जांच टीम की सराहना की है और कहा है कि अपराधियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
इस गिरफ्तारी के बाद नवाछिया के स्थानीय व्यापारियों और आम नागरिकों में राहत की लहर दौड़ गई है। लोगों ने पुलिस की त्वरित कार्रवाई और गहन जांच की सराहना की है। व्यापारियों का कहना है कि ऐसे मामलों में पुलिस की तत्परता से न केवल अपराधियों में भय उत्पन्न होता है, बल्कि आम जनता का पुलिस पर विश्वास भी बढ़ता है। व्यापारी संघ के प्रतिनिधियों ने पुलिस को धन्यवाद देते हुए कहा कि यदि इसी तरह पुलिस कार्य करती रही, तो क्षेत्र में कानून व्यवस्था सुदृढ़ होगी और व्यापारी वर्ग सुरक्षित महसूस करेगा।
एक स्थानीय व्यापारी ने कहा, “हम सभी बेहद डरे हुए थे, लेकिन पुलिस की तत्परता और मेहनत ने हमें फिर से सुरक्षा का अहसास दिलाया है। अब हम उम्मीद करते हैं कि अपराधियों पर सख्त कार्रवाई होगी और न्याय मिलेगा।”
पुलिस विभाग ने भी नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें ताकि समय रहते अपराधों को रोका जा सके। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि तकनीक और जनता के सहयोग से अपराध पर नियंत्रण संभव है।
इस पूरी कार्रवाई ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि यदि पुलिस विभाग दृढ़ निश्चय और समर्पण के साथ काम करे, तो कोई भी अपराधी कानून के शिकंजे से बच नहीं सकता। नवाछिया पुलिस की यह उपलब्धि निश्चित रूप से कानून व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
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