देशभर में एक बार फिर कोरोना संक्रमण के नए मामले सामने आने लगे हैं। हालात को देखते हुए केंद्र और राज्य सरकारें सतर्क हो गई हैं, और स्वास्थ्य विभागों ने भी अलर्ट मोड में काम करना शुरू कर दिया है। बिहार के भागलपुर जिले में भी संभावित कोरोना संक्रमण को लेकर तैयारी तेज़ कर दी गई है। यहां के मॉडल सदर अस्पताल में एहतियातन विशेष कोविड वार्ड बनाया गया है ताकि किसी भी आपात स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटा जा सके।
भागलपुर के मॉडल सदर अस्पताल में 10 बेड वाला विशेष कोविड वार्ड तैयार किया गया है। इस वार्ड में सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। सभी बेड पर ऑक्सीजन सपोर्ट की व्यवस्था की गई है और कोरोना इलाज में प्रयुक्त होने वाली सभी आवश्यक दवाइयों का स्टॉक पहले से ही रख लिया गया है। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि फिलहाल जिले में कोरोना का कोई मामला सामने नहीं आया है, लेकिन एहतियात के तौर पर यह कदम उठाया गया है ताकि जरूरत पड़ने पर किसी भी मरीज का तत्काल इलाज किया जा सके।
सदर अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. राजू कुमार ने जानकारी दी कि स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। उन्होंने कहा कि अस्पताल का पूरा स्टाफ—चाहे वह डॉक्टर हो, नर्सिंग स्टाफ हो या अन्य कर्मचारी—कोविड प्रोटोकॉल का पालन कर रहा है और सतर्कता बरती जा रही है। अस्पताल के मैनेजर आशुतोष कुमार ने भी बताया कि विभागीय दिशा-निर्देशों के तहत कोविड वार्ड की मॉनिटरिंग नियमित रूप से की जा रही है और किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए सभी आवश्यक संसाधन तैयार रखे गए हैं।
इस बीच जिला प्रशासन ने भी लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों से बचें और आवश्यक सावधानियां बरतें। सार्वजनिक स्थलों पर मास्क का उपयोग, हाथों की नियमित सफाई और सामाजिक दूरी जैसे उपायों का पालन करना जरूरी है। साथ ही, किसी भी तरह के लक्षण जैसे बुखार, सर्दी, खांसी या सांस लेने में परेशानी होने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करने की सलाह दी गई है।
कोरोना की पिछली लहरों से मिले अनुभवों को ध्यान में रखते हुए इस बार तैयारी और भी सशक्त की जा रही है। अस्पतालों में ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है, वेंटिलेटर और पीपीई किट की व्यवस्था भी की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग ने जिले के अन्य प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (PHC) और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (CHC) को भी अलर्ट कर दिया है और वहां आवश्यक दवाइयों तथा उपकरणों का स्टॉक रखने का निर्देश दिया गया है।
विशेषज्ञों का मानना है कि स्थिति नियंत्रण में है लेकिन लापरवाही भारी पड़ सकती है। ऐसे में सभी नागरिकों को जागरूक और सतर्क रहना जरूरी है। कोरोना टीकाकरण की स्थिति की भी समीक्षा की जा रही है और जिन लोगों ने अब तक बूस्टर डोज नहीं ली है, उनसे जल्द से जल्द वैक्सीन लगवाने की अपील की जा रही है।
भागलपुर में भले ही अभी कोरोना का कोई सक्रिय मामला नहीं है, लेकिन प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की तत्परता यह दर्शाती है कि वे किसी भी तरह की आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। आम जनता की जिम्मेदारी है कि वह सरकार और स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें, ताकि कोरोना संक्रमण की किसी भी संभावित लहर को रोका जा सके।
**अंत में यही कहा जा सकता है कि सतर्कता ही सुरक्षा है।**
