6808 ग्राम पंचायतों में खेल मैदानों का निर्माण कार्य जल्द ही शुरू किया जाएगा। इसको लेकर 652 करोड़ रुपये की योजना को स्वीकृति दे दी गई है। एक साथ इन पंचायतों में निर्माण कार्य शुरू कराने की ग्रामीण विकास विभाग की तैयारी है। इसकी तिथि तय करने को लेकर विभागीय पदाधिकरी मंथन कर रहे हैं।
मनरेगा से इन खेल मैदानों का निर्माण होगा। मार्च, 2025 तक खेल मैदान का निर्माण पूरा करने का लक्ष्य है। राज्य की हर ग्राम पंचायत में कम से कम एक खेल का मैदान अनिवार्य रूप से हो, इसी मकसद से इस पर काम चल रहा है। 6828 खेल मैदान के लिए जमीन को चिह्नित कर लिया गया है। इनमें 6808 के निर्माण की स्वीकृति मिल गयी है। वहीं, शेष ग्राम पंचायतों में खेल मैदान के लिए जमीन की तलाश जिला और प्रखंड के स्तर पर की जा रही है, ताकि राज्य की सभी साढ़े आठ हजार ग्राम पंचायतों में खेल मैदान का निर्माण किया जा सके। जिलों को निर्देश है कि निर्माण कार्य शुरू करने को लेकर जो भी सामग्री, मिस्त्रत्त्ी, श्रमिक आदि की जरूरत होगी, उसकी तैयारी पहले से रखें, ताकि विभाग की ओर से आदेश जारी करने के बाद तत्काल निर्माण कार्य शुरू कराया जा सके।
हर खेल मैदान में न्यूनतम चार सुविधाएं अनिवार्य रूप से रहेंगी। इनमें बास्केट बॉल, बैडमिंटन, वॉलीबॉल और दौड़ ट्रैक। इसके अलावा जमीन की उपलब्धता के आधार पर अलग-अलग खेल की सुविधाएं मैदान में विकसित की जाएंगी।
हर एक मैदान के निर्माण पर 10 लाख रुपये तक खर्च किए जाएंगे। इसके लिए तीन तरह के मानक रखे गये हैं। एक में चार एकड़, दूसरे में एक से तीन एकड़ और तीसरा है एक एकड़ का। एक एकड़ जमीन वाले मैदान में कम जगह में खेलने वाले खेल, जैसे बैडमिंटन, बास्केट बॉल, वॉलीबॉल, छोटे रनिंग ट्रैक आदि बनाये जाएंगे। दौड़ने वाले ट्रैक की चौड़ाई आठ फीट तक होगी।