मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को एक अणे मार्ग से ‘भीम संसद’ रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
भीम संसद रथ के माध्यम से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के आदर्श, विचार एवं उनके द्वारा किये गये कार्यों से लोगों को अवगत कराया जाएगा।
इस संबंध में भवन निर्माण मंत्री चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री 17-18 वर्षां में जो समानता की बात की है और जिस तरह से पंचायती राज व्यवस्था से लेकर हर जगह सामाजिक, राजनैतिक और आर्थिक रूप से दलितों, महादलितों, पिछड़ों और अतिपिछड़ों को सबल बनाने का काम किया है, उसे हम सभी मिलकर, जन-जन तक ले जाएंगे।
इसी क्रम में पटना के वेटनरी कॉलेज मैदान में पांच नवंबर को ‘भीम संसद’ का आयोजन होगा। इसके माध्यम से केंद्र की दलित विरोधी सरकार को चेतावनी देंगे।
रथ रवाना किये जाने के मौके पर अशोक चौधरी के अलावा मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन मंत्री सुनील कुमार, अनुसूचित जाति / जनजाति कल्याण मंत्री रत्नेश सादा, जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा, पूर्व मंत्री संतोष कुमार निराला, पूर्व मंत्री मुनेश्वर चौधरी, पूर्व विधायक अरुण मांझी, पूर्व विधायक प्रभुनाथ राम, ललन भुइयां समेत अरविंद कुमार उर्फ छोटू सिंह, राम नरेश राम, डॉ हुलेश मांझी, रूबेल रविदास, संतोष बांसफोर, वर्मा कुमार बागी आदि उपस्थित थे।