कथावाचक जया किशोरी एक मोटिवेशनल स्पीकर भी हैं. इसके अलावा वे जिंदगी से जुड़े कई मुद्दों पर अपनी बेबाक राय रखती रहती हैं. जया किशोरी ने घर में पति-पत्नी के एक-दूसरे पर चिल्लाने के मुद्दे पर भी अपनी बात रखी है. जया किशोरी ने बताया कि ऐसा क्यों होता है? जया किशोरी ने कहा कि आप अपने मूड की सजा दूसरों को क्यों दे रहे हैं. और ये हम बाहरी तौर पर भी करते हैं. बाहर जो लड़ाई करके आते हैं, ये भी मुझे एक रीजन लगता है कि गुस्सा आता है. तो आप बाहर क्यों नहीं चिल्लाकर आए? क्योंकि आपको लगता है कि आपकी पावर वहां इतनी नहीं थी. तो आप घर पर आकर चिल्ला रहे हैं चाहे पति पत्नी पर या पत्नी पति पर या फिर पति-पत्नी बच्चों पर.
कथावचक जया किशोरी ने कहा कि तो आप उस पर चिल्ला रहे हो जो आपसे छोटा है, जो आपसे कम पावरफुल है. तो ये भी कहीं ना कहीं सोच-समझकर ही हो रहा है क्योंकि अचानक से गुस्सा आ जाता है तो फिर सब पर आना चाहिए. लेकिन ये सोच-समझकर आता है क्योंकि आपको लगता है कि मेरे से शक्तिशाली सामने कोई है तो आप गुस्से को चुप कर देते हैं. जब आप वहां कर सकते हैं तो कहीं भी कर सकते हैं.
इसके अलावा जया किशोरी ने ये भी कहा कि बोलने में समय नहीं लगता है. पर उन शब्दों को निभाने जिंदगी लग जाती है. एक नकारात्मक विचार अगर मन में आ गया तो बाकियों को निमंत्रण मनुष्य खुद देता है. कहते हैं कि जीवन में एक दिक्कत आए, बाकी दिक्कत आई नहीं हैं पर वो आएंगी इसका विचार इंसान खुद कर लेता है. उसे किसी और की जरूरत नहीं होती है. उसका दिमाग खुद नकारात्मक विचारों अपनी ओर आमंत्रित कर लेता है.
जया किशोरी ने ये भी कहा कि प्रेम निस्वार्थ होता है. अगर किसी से प्रेम के पीछे कोई वजह है तो वो चीज पूरी हो जाने पर प्यार भी खत्म हो जाएगा. इसलिए कभी किसी से प्यार करें तो उसमें कोई स्वार्थ नहीं होना चाहिए, वरना प्यार लंबे वक्त तक नहीं चलता है.