पटना । जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने विधानसभा में बताया कि विभाग की चयनित 661 योजनाओं में से 424 को प्रशासनिक मंजूरी दी गई। 222 योजनाओं को पूरा कर लिया गया है। इससे 68540 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की अतिरिक्त सुविधा सृजित हुई है। 328 और योजनाओं का चयन किया जा रहा है। सीएम की समाधान यात्रा में मिली शिकायतों के आधार पर सिंचाई व बाढ़ से संबंधित 344 योजनाओं पर काम शुरू हुआ है।
रबर डैम से जलस्तर बढ़ा
गया में बने रबर डैम का हवाला देते हुए मंत्री ने कहा कि इसके बनने से पहले फल्गू का जलस्तर औसतन 27 फीट नीचे था। रबर डैम बनने के बाद अब औसतन 12 फीट पर ही पानी उपलब्ध हो गया है। इस योजना के कार्यान्वयन के बाद अकेले पितृपक्ष मेले में 12 लाख श्रद्धालुओं ने स्नान किया। छठ महापर्व में भी लोग पूजा-पाठ कर सकेंगे। बिहार की पहली गंगा जल आपूर्ति योजना से पेयजल आपूर्ति शुरू की गई है। जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत इस योजना के कार्यान्वयन के फलस्वरूप राजगीर, गया एवं बोधगया शहरों में प्रतिदिन प्रतिव्यक्ति 135 लीटर गंगाजल उपलब्ध कराया जा रहा है। राजगीर में 8031, बोधगया में 6000 तथा गया में 75000 घरों में जलापूर्ति की जा रही है।
नवादा शहर में भी हर घर गंगाजल की सुविधा इस वर्ष उपलब्ध करा दी जायेगी। राजगीर एवं गिरियक प्रखंड में भू-जलस्तर अगस्त 2022 की तुलना में नवंबर 2022 में 7 इंच ऊपर हुआ है। पंचाने नदी, जो अमूमन सूखी रहती थी, उसमें वर्तमान में 3 से 4 इंच जलश्राव प्रवाहित हो रहा है। मंत्री के भाषण के बाद योजना व्यय मद में 3212.63 करोड़ जबकि स्थापना एवं प्रतिबद्ध व्यय में 1166.12 करोड़ के बजट को मंजूरी दे दी गई।