अत्यधिक भीड़ की वजह से सिमरिया गंगातट के 20 किमी क्षेत्र के आस-पास लोग अपने वाहनों को खड़े कर जैसे-तैसे गंगा घाट पर पहुंचे। भीड़ का असर आसपास के इलाकों में भी देखा गया।
बिहार में छठ महापर्व शुरू हो गया है। सूर्यग्रहण के बाद आदि कुंभस्थली सिमरिया धाम के गंगा तट पर पिछले दो दिन के भीतर 15 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। बेगूसराय जिले में स्थि सिमरिया गंगा तट पर मंगलवार दोपहर बाद से गंगा स्नान के लिए श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ना शुरू हुआ, जो कि गुरुवार दोपहर बाद तक बना रहा।
सिमरिया धाम में लगभग चार किमी लंबे गंगातट पर सभी प्रमुख स्नान घाट भरे हुए हैं। लगातार श्रद्धालु यहां डुबकी लगा रहे हैं। बुधवार को बड़ी संख्या में छठव्रती भी जल भरने यहां पहुंचे। सूर्यग्रहण के बाद बुधवार को गंगा स्नान के लिए सिमरिया गंगातट आने वाली श्रद्धालुओं की भीड़ का असर मोकामा, हाथीदह, बेगूसराय, बरौनी, दिनकर ग्राम रेलवे स्टेशन औप राजेन्द्र पुल स्टेशन पर भी साफ देखा गया। सभी प्रमुख स्टेशनों से सिमरिया गंगातट की ओर आने वाले ऑटो, बस, ई रिक्शा दिनभर फुल चलते रहे। स्टेशन से सवारी नहीं मिलने की स्थिति में विभिन्न स्टेशनों से हजारों श्रद्धालुओं पैदल ही सिमरिया गंगातट की ओर निकल पड़े।
अत्यधिक भीड़ की वजह से सिमरिया गंगातट के 20 किमी क्षेत्र के आस-पास लोग अपने वाहनों को खड़े कर जैसे-तैसे गंगा घाट पर पहुंचे। पंडित राम शंकर झा ने बताया कि ऐसी भीड़ वह सिमरिया गंगातट पर वर्ष 2011 में अर्द्धकुंभ के बाद बुधवार को पहली बार देखे। उन्होंने बताया कि उनका घर सिमरिया घाट बाजार में पड़ता है अधिक भीड़ की वजह से उन्होंने अपने घर के पीछे की गली के रास्ते से कई श्रद्धालुओं को पास कराया है। सिमरिया घाट बाजार उतरने वाली पुराने सीढ़ी पर सैकड़ों लोग एक साथ चढ़-उतर रहे हैं। भीड़ के सामने पुलिस-प्रशासन की व्यवस्था नदारद दिखी।