डायबिटीज का खतरा तब बढ़ जाता है जब शरीर में ब्लड शुगर का लेवल अधिक हो जाता है. बता दें कि ब्लड शुगर यानी ग्लूकोज हमें एनर्जी देता है. यह हमारे खाने में मौजूद होता है, लेकिन इसकी अधिकता होने के कारण हम डायबिटीज की बीमारी का शिकार हो सकते हैं. जान लें कि डायबिटीज तीन प्रकार की होती है- टाइप 1 डायबिटीज टाइप 2 डायबिटीज और जेस्टेशनल डायबिटीज आपको ये जान लेना जरूरी है कि ऐसे कौन से लोग हैं जिनको डायबिटीज का खतरा अधिक है और क्या आप भी उसमें शामिल तो नहीं हैं.

डायबिटीज का खतरा किन लोगों को है ज्यादा?

बता दें कि डायबिटीज का खतरा 45 साल से अधिक उम्र के लोगों में ज्यादा होता है. इसके अलावा जिन लोगों की फैमिली में अगर पहले से डायबिटीज से पीड़ित हैं तो उन्हें एक अंतराल के बाद अपने ब्लड शुगर लेवल की जांच कराते रहनी चाहिए. वहीं, जो लोग शारीरिक रूप से सक्रिय नहीं रहते हैं और उनका वजन भी बढ़ गया है, ऐसे लोग भी डायबिटीज की बीमारी का शिकार हो सकते हैं. जान लें कि जिन लोगों के शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल की कमी होती है उन्हें भी डायबिटीज का खतरा ज्यादा होता है. इसके अलावा बॉडी मास इंडेक्स के हिसाब से भी डायबिटीज का खतरा कम या ज्यादा होता है.

डायबिटीज के कारण हो सकती हैं ये बीमारियां

डाटबिटीज कई तरह से हमारे शरीर को नुकसान पहुंचाती है. जानकारी के मुताबिक, डायबिटीज होने पर दिल की बीमारी, किडनी की समस्या, स्ट्रोक, आंख और दांत की समस्या हो सकती है.

इन बातों का रखें ध्यान

अगर आप डायबिटीज से बचना चाहते हैं तो अपने वजन का संतुलन बनाए रखिए. इसके अलावा रोजाना एक्सरसाइज करें. अपने शरीर को फिजिकली एक्टिव रखें. इसके अलावा हेल्दी डाइट लें. जंक फूड कम खाएं. अपने ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रण में रखें.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. APNA BIHAR JHARKHAND NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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