पटना में 16 दिन पहले बच्ची का अपहरण कर महज 500 रुपये में सेक्स रैकेट के अड्डे पर बेच दिया गया. पुलिस ने दो महिलाओं सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि बच्ची का अपहरण किराएदार ने ही किया था.
बिहार की राजधानी पटना में मानव तस्करों ने 3 साल की बच्ची का अपहरण कर उसे सेक्स रैकेट के अड्डे पर महज 500 रुपये में बेच दिया. लेकिन पुलिस ने अपहरण के 16 दिन बाद की बच्ची को सकुशल बरामद कर लिया है. साथ ही इस मामले में दो महिलाओं सहित 3 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
पुलिस के मुताबिक, 22 जून को पीरबहोर थाना इलाके से लाडो नामक 3 साल की बच्ची अचानक गायब हो गई थी. परिजनों ने किराएदार शबीर खान पर अपहरण का आरोप लगाया. पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए इलाके में लगे CCTV कैमरों को खंगाला तो पाया कि बच्ची शबीर खान के साथ ही थी.
पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया और फिर पूछताछ की तो पता चला कि आरोपी ने बच्ची को पटना स्टेशन पर भीख मांगने वाली रुकमणी देवी नामक महिला को महज 500 रुपये में बेच दिया. जब रुकमणी देवी को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की गई तो उसने बताया कि रेखा नाम की महिला के पास वह बच्ची है. लेकिन उसे रेखा देवी का पता नहीं मालूम था.
कस्टमर बन बच्ची को बचाया इसी बीच, पटना के लालजीटोला के एक मकान से लगातार बच्ची के रोने की आवाजें आ रही थीं. सामाजिक संस्था से जुड़े लोगों को इसकी भनक लगी तो उन्होंने पता लगाया कि यहां सेक्स रेकेट चलाया जाता है. वे कस्टमर बनकर सेक्स रेकेट के उस अड्डे पर गए. उन्होंने बच्ची को वहां देखा और तुरंत पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने बच्ची को बरामद किया और पता चला कि यह वही बच्ची है जिसके अपहरण की शिकायत दर्ज करवाई गई थी.
आरोपियों से पूछताछ जारी पुलिस ने बच्ची को परिजनों को सौंप दिया है. वहीं, आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. गिरफ्तार लोगों में शबीर खान, रुकमणी देवी और रेखा देवी शामिल हैं. रेखा देवी बच्चा चोर गिरोह की सरगना बताई जा रही है.
पटना के एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लों ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ जारी है और पता लगाया जा रहा है कि वे बच्ची के साथ क्या करने वाले थे और इस सैक्स रैकेट के तार कहां-कहां तक जुड़े हैं?