बिहार में हर खेत तक सिंचाई का पानी उपलब्ध कराने के लिए पिछले एक साल में 96 हजार नए बिजली कनेक्शन दिए गए। इनके माध्यम से खेतों तक बिजली पहुंचायी जा रही है। बिजली चालित मोटर पंप का संचालन कर पानी उपलब्ध कराया जा रहा है। ऊर्जा विभाग के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार राज्य में खेती के लिए बिजली कनेक्शन की संख्या बढ़कर 3 लाख 62 हजार हो चुकी है।

खेतों तक बिजली पहुंचाने के लिए 291 पावर सब स्टेशन तैयार

ऊर्जा विभाग के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि खेतों तक बिजली पहुंचाने के लिए राज्य में अबतक 291 पावर सब स्टेशन बनकर तैयार है। वहीं,1354 कृषि डेडिकेटेड फीडर का निर्माण कार्य पूरा किया जा चुका है। इन डेडिकेटेड फीडरों व पावर सब स्टेशन के माध्यम से खेतों तक बिजली की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। विभाग ने ग्रामीण क्षेत्रों में जहां खेतों तक बांस-बल्ले इत्यादि के सहारे बिजली पहुंचायी जा रही है, उसे बदलने का निर्देश दिया है ताकि, मांग के अनुरूप गुणवत्तापूर्ण बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके और बिजली की क्षति कम से कम हो सके।

मुख्यमंत्री कृषि विद्युत संबंध योजना सितंबर 2020 में शुरू हुई थी

राज्य में मुख्यमंत्री कृषि विद्युत संबंध योजना का संचालन सितंबर, 2020 से हो रहा है। इसके तहत राज्य के किसानों को खेतों तक सिंचाई का पानी उपलब्ध कराने के लिए नये विद्युत कनेक्शन दिए जाने है। राज्य के कृषि रोड मैप के अनुसार करीब सात लाख निजी मोटर पंप का संचालन हो रहा है। इन्हें विद्युत कनेक्शन दिया जाना है। ऐसे में अभी राज्य में करीब तीन लाख से अधिक विद्युत कनेक्शन दिए जाने शेष हैं। सूत्रों के अनुसार, कृषि क्षेत्र में बिजली के कनेक्शन दिए जाने के लिए शिविर लगाकर आवेदन प्राप्त किए जाते हैं। वहीं, केंद्र सरकार की योजना दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति के तहत भी कनेक्शन उपलब्ध कराए जा रहे हैं।

सरकार के निश्चय- 2 के तहत राज्य में हर खेत तक सिंचाई का पानी पहुंचाने को लेकर डेडिकेटेड फीडर व पावर सब स्टेशन बनकर तैयार हो चुके हैं। किसानों को उनकी मांग के अनुसार बिजली के कनेक्शन दिए जा रहे हैं।

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