जानलेवा हो चुकी जर्जर एनएच-80 पर चल रहे ओवरलोड भारी वाहनों तथा ट्रकों के खराब होने की सिलसिला बदस्तूर जारी है। ट्रकों के खराब होने की वजह से सोमवार  को अहले सुबह से ही एनएच-80 पर जाम की स्थिति बनी रही, जो देर शाम तक बरकरार थी। घोघा से कहलगांव तक करीब 15 किलोमीटर में ट्रकों की कतार लगी रही। शाम चार बजे के बाद वाहनों का सरकना शुरू हो पाया। करीब 10 घंटे तक एनएच-80 पर जाम लगी रही। जाम की वजह से आम लोगों के साथ सबसे ज्यादा छात्रों को खामियाजा झेलना पड़ा। एनएच-80 गणपत सिंह हाई स्कूल, शारदा पाठशाला आदि  सरकारी विद्यालयों के अलावा सेंट जोसेफ स्कूल, सरस्वती विद्या मंदिर, हिमालयन अकादमी आदि स्कूलों के हजारों की संख्या में आने जाने वाले छात्रों को  जाम में स्कूली बस घंटो फंसने की वजह से छात्रों को कीचड़युक्त पोखर नुमा एनएच-80 पर दो से तीन किलोमीटर की दूरी तय कर पैदल स्कूल पहुंचना पड़ा। वहीं घोघा आमापुर के अशोक मंडल, त्रिमुहान आमापुर मनोहर कुमार, राजीव कुमार,आदि ने जाम कि वजह ओवरटेक भी बताते, स्थानिय पुलिस प्रशासन द्वारा ओवरलोड पर अंकुश नहीं लगा पाना बताया।

वहीं कहलगांव शहर पूरी तरह जाम की चपेट में रहा

नवरात्रि की पहली पूजा में कलश स्थापना को लेकर  बिहार और निकटवर्ती झारखंड के हजारों में गंगा स्नान करने के लिए जुटे थे। एनएच पर लगी जाम  को लेकर गंगा स्नान करने वाले  नवरात्र के व्रतियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। शहर के गांगुली पार्क  चौक, स्टेशन चौक समेत शहर के अंदरूनी सड़क भी जाम के चपेट में था। वहीं एनएच से जुड़े झारखंड से मिलने वाली सहायक सड़कें  कहलगांव -बाराहाट, त्रिमुहान-मोहनपुर सड़क में भी जाम का नजारा रहा।

 जर्जर जानलेवा हो चुकी पोखर नुमा गड्ढे पर घोघा से रमजानीपुर तक एनएच 80 पर करीब एक दर्जन ट्रक सोमवार को खराब था। त्रिमुहान-अमापुर के पास दो ट्रक खराब था तो घोघा अमापुर के पास एक ट्रक तथा पक्कीसराय में तीन ट्रक, तो अनादिपुर के पास दो, तथा रामजानीपुर के पास एक ट्रक और एक ट्रैक्टर खराब था।

इस संदर्भ में एसडीओ मधुकांत ने बताया कि जाम का मुख्य कारण एनएच 80 क्या गड्ढे में तब्दील होना है। प्रतिदिन रख खराब हो जाते हैं और जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। बताया कि एनएच के  अधिकारी से संपर्क कर  खतरनाक हो चुके गड्ढे  को भरने की गुजारिश की गई है।

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