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भागलपुर जिले के गोराडीह थाना क्षेत्र से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। बुधवार की सुबह एक तेज रफ्तार हाईवा की चपेट में आकर 72 वर्षीय भोला साह की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि उनका छोटा बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया। यह हादसा तब हुआ जब पिता-पुत्र राशन लेने के लिए अपने गांव विरनौघ से गोराडीह डीलर के पास जा रहे थे।

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प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, भोला साह और उनका बेटा सड़क किनारे चल रहे थे। तभी पीछे से आ रहे एक अनियंत्रित हाईवा ने दोनों को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भयानक थी कि भोला साह ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया। वहीं, उनके बेटे को गंभीर हालत में स्थानीय लोगों की मदद से भागलपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।

भोला साह एक मेहनती किसान थे और परिवार के एकमात्र कमाने वाले सदस्य भी। उनका जीवन खेतों की मिट्टी से जुड़ा हुआ था। वे रोज सुबह जल्दी उठकर खेतों में काम करते थे और उसी से अपने पूरे परिवार का भरण-पोषण करते थे। ऐसे में उनकी अचानक मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। घर में कोहराम मचा हुआ है, हर सदस्य की आंखें नम हैं और कोई भी इस हादसे को स्वीकार करने की स्थिति में नहीं है।

ग्रामीणों का कहना है कि भोला साह बेहद सरल और मिलनसार व्यक्ति थे। वे किसी से ऊंची आवाज़ में बात तक नहीं करते थे और हमेशा दूसरों की मदद को तैयार रहते थे। हादसे की खबर फैलते ही गांव में शोक की लहर दौड़ गई। बड़ी संख्या में ग्रामीण उनके घर पहुंचे और परिवार को सांत्वना देने की कोशिश की, लेकिन इस अपूरणीय क्षति को शब्दों से भर पाना मुमकिन नहीं था।

स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि मृतक के परिवार को मुआवजा दिया जाए और घायल बेटे का बेहतर इलाज सुनिश्चित किया जाए। ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि क्षेत्र में भारी वाहनों की आवाजाही बगैर किसी नियंत्रण के हो रही है, जिससे लगातार हादसे हो रहे हैं। उन्होंने प्रशासन से इस पर नियंत्रण लगाने की अपील की है।

घटना की सूचना मिलते ही गोराडीह थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। साथ ही हाईवा वाहन को जब्त कर लिया गया है। पुलिस ने चालक की पहचान कर उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि हाईवा की रफ्तार तय सीमा से कहीं अधिक थी, जिससे यह हादसा हुआ।

इस मामले को लेकर गोराडीह के थानाध्यक्ष ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह मामला लापरवाही और तेज रफ्तार का है। वाहन चालक पर सुसंगत धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। चालक फरार है, लेकिन उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। साथ ही पुलिस यह भी जांच कर रही है कि वाहन किस कंपनी या ठेकेदार के अधीन काम कर रहा था और क्या उसमें सभी कानूनी कागजात मौजूद थे या नहीं।

इस घटना ने जिले में सड़क सुरक्षा को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं। जहां एक ओर सड़कें चौड़ी और तेज रफ्तार गाड़ियों के लिए उपयुक्त बनाई जा रही हैं, वहीं दूसरी ओर ग्रामीण इलाकों में लोगों की सुरक्षा को लेकर अब भी गंभीर पहल की जरूरत महसूस की जा रही है।

भोला साह की मौत न सिर्फ उनके परिवार के लिए, बल्कि पूरे गांव के लिए एक बड़ी क्षति है। अब जरूरत है कि प्रशासन इस मामले को गंभीरता से लेकर पीड़ित परिवार को शीघ्र राहत पहुंचाए, ताकि वे इस मुश्किल समय में कुछ सहारा पा सकें। साथ ही, ऐसे हादसों को रोकने के लिए ट्रैफिक नियमों को सख्ती से लागू किया जाए और भारी वाहनों की अनियंत्रित आवाजाही पर रोक लगे।

 

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