महागठबंधन ने सोनवर्षा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में सरिता पासवान को मैदान में उतारा है। 45 वर्षीय सरिता पासवान ने बी.ए. और एलएलबी की पढ़ाई की है तथा पिछले 25 वर्षों से सक्रिय रूप से राजनीति में जुड़ी रही हैं।
लंबे समय तक उन्होंने लोजपा के लिए कार्य किया, लेकिन पार्टी से उचित सम्मान न मिलने के कारण अब कांग्रेस ने उन पर भरोसा जताया है। यह सीट अनुसूचित जाति (सुरक्षित) श्रेणी में आती है, ऐसे में कांग्रेस ने सामाजिक समीकरण को ध्यान में रखते हुए सरिता पासवान को टिकट दिया है।
पार्टी पदाधिकारियों का मानना है कि सरिता पासवान का जनसंपर्क और क्षेत्र में संघर्षशील छवि उन्हें मजबूत दावेदार बनाता है। दूसरी ओर एनडीए ने वर्तमान मंत्री रत्नेश सादा को पुनः उम्मीदवार घोषित किया है, जो कल अपना नामांकन दाखिल करेंगे।
अब सोनवर्षा सीट पर दोनों गठबंधनों के बीच सीधा मुकाबला देखने को मिलेगा। चुनावी समीकरणों और उम्मीदवारों की सामाजिक-पारिवारिक पकड़ को देखते हुए यह सीट इस बार अत्यंत रोचक बन गई है।
