झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के सारंडा जंगल में शुक्रवार शाम हुए दो आईईडी विस्फोटों में सीआरपीएफ के एक इंस्पेक्टर और एक जवान घायल हो गए थे। वहीं, इलाज के दौरान शनिवार सुबह हेड कॉन्स्टेबल महेंद्र लश्कर ने दम तोड़ दिया।
जानकारी के अनुसार, ये विस्फोट प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा (माओवादी) द्वारा लगाए गए थे। संगठन इस समय राज्य में सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए ‘प्रतिरोध सप्ताह’ मना रहा है।
घटना जराइकेला थाना क्षेत्र के बाबूडीह इलाके में हुई, जहां आईईडी ब्लास्ट के बाद इलाके में अफरातफरी मच गई। घायल इंस्पेक्टर को उपचार के लिए ओडिशा के राउरकेला स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया, जबकि हेड कॉन्स्टेबल महेंद्र लश्कर का भी इलाज वहीं चल रहा था। हालांकि, उनकी हालत गंभीर होने के कारण उन्होंने शनिवार सुबह अंतिम सांस ली।
घटना के बाद सुरक्षा बलों ने पूरे क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया है।
झारखंड पुलिस ने पहले ही भाकपा (माओवादी) द्वारा 8 से 15 अक्टूबर तक मनाए जा रहे ‘प्रतिरोध सप्ताह’ के मद्देनज़र पूरे राज्य में सुरक्षा कड़ी कर दी है। संगठन ने 15 अक्टूबर को बंद का भी आह्वान किया है।
पुलिस महानिरीक्षक (अभियान) माइकल राज ने बताया कि सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सीआरपीएफ की 12 बटालियन और झारखंड सशस्त्र पुलिस (जेएपी) तथा भारतीय रिजर्व बटालियन (आईआरबी) की 20 टुकड़ियों को विभिन्न संवेदनशील इलाकों में तैनात किया गया है।
