बिहार के सहरसा में गंगजला स्थित इस्लामिया चौक पर जामा मस्जिद में शुक्रवार को जुम्मे की नमाज़ अदा की गई। नमाज़ के बाद मस्जिद से निकलते ही नमाजियों ने देशभक्ति का अनोखा उदाहरण पेश किया। ‘हिंदुस्तान जिंदाबाद’, ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ और ‘हिन्द सेना जिंदाबाद’ के नारों से इलाका गूंज उठा और माहौल पूरी तरह देशभक्ति के रंग में रंग गया।
नमाज के बाद मुस्लिम भाइयों ने देश की सलामती, भारतीय सेना की हिफाजत और भारत की विजय के लिए अल्लाह से विशेष दुआ की। इस मौके पर मौजूद स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता मो. मोईउद्दीन ने बताया कि जुम्मे की नमाज़ इस्लाम में खास मानी जाती है और इसे ‘मिनी ईद’ के बराबर समझा जाता है। उन्होंने कहा कि आज की नमाज़ में खासतौर पर देश की हिफाजत और सेना की कामयाबी के लिए नम आँखों से दुआ की गई।
मोईउद्दीन ने यह भी कहा कि यह देश सिर्फ किसी एक मजहब का नहीं, बल्कि सभी धर्मों का है। जब वतन पर संकट आता है तो हर मजहब के लोग एकजुट होकर देश की रक्षा के लिए खड़े होते हैं। नमाजियों ने यह भी कहा कि पाकिस्तान की नापाक हरकतों का अब करारा जवाब मिलना चाहिए और भारत को फतह नसीब हो।
इस्लामिया चौक की मस्जिद से उठी देशभक्ति की आवाजें साबित करती हैं कि वतन की मोहब्बत हर मजहब से ऊपर है। ‘हिंदुस्तान जिंदाबाद’ के नारों के साथ सभी ने एकता और अखंडता का संदेश दिया।
