सहरसा जिले में पिछले कुछ महीनों से लूट और चोरी की बढ़ती घटनाओं से परेशान आम लोगों को अब राहत की सांस मिली है। सहरसा पुलिस को लूटकांड के दो कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता मिली है। इस पूरे मामले का खुलासा सहरसा सदर के डीएसपी आलोक कुमार ने प्रेसवार्ता के माध्यम से किया।

डीएसपी आलोक कुमार ने बताया कि सहरसा जिले के सौरबाजार थाना और सोनवर्षाराज थाना क्षेत्र में बीते कई महीनों से लूट की कई वारदातें सामने आ रही थीं। अपराधियों द्वारा राह चलते लोगों से मोबाइल, जेवर और बाइक लूटने की घटनाएं लगातार बढ़ रही थीं, जिससे इलाके में दहशत का माहौल था। इन घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक सहरसा के निर्देश पर एक विशेष टीम का गठन किया गया। इस टीम में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सौरबाजार थानाध्यक्ष, एसआई सहित तकनीकी एवं सशस्त्र बल के जवानों को शामिल किया गया।
पुलिस टीम ने लूट की घटनाओं के बाद घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की गहनता से जांच की। साथ ही, संदिग्धों पर लगातार निगरानी रखी गई। इसी क्रम में 27 जून को विशेष छापेमारी अभियान के तहत दो शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सहरसा निवासी सौनू कुमार और सुपौल निवासी सुनील कुमार के रूप में हुई है। पूछताछ के दौरान दोनों ने पुलिस के सामने अपना अपराध स्वीकार कर लिया और बताया कि वे पिछले नौ महीनों से सहरसा जिले में लूटपाट की घटनाओं को अंजाम दे रहे थे।
पुलिस ने इनके पास से चोरी की पांच कानवाली (महिलाओं के कान की बाली), तीन मोटरसाइकिल और अन्य कई सामान बरामद किए हैं। इनमें से एक आरोपी के खिलाफ पूर्व में भी आपराधिक मामले दर्ज हैं। इस गिरफ्तारी के साथ पुलिस ने कई लंबित मामलों का भी खुलासा कर दिया है, जिससे आम लोगों में पुलिस की कार्यशैली को लेकर भरोसा बढ़ा है।
डीएसपी आलोक कुमार ने बताया कि इस सफल ऑपरेशन में सौरबाजार थाना प्रभारी अजय कुमार पासवान, एसआई संदीप कुमार, राघवेंद्र कुमार और सशस्त्र बल के जवानों की सराहनीय भूमिका रही। उन्होंने बताया कि अपराधियों के खिलाफ आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है और इनके आपराधिक नेटवर्क को पूरी तरह ध्वस्त करने की दिशा में काम किया जा रहा है।
सहरसा पुलिस की इस कार्रवाई से आम नागरिकों में काफी हद तक राहत और विश्वास का माहौल बना है, जबकि अपराधियों में डर की भावना स्पष्ट रूप से देखी जा रही है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें और अपराध के खिलाफ जागरूकता बनाए रखें।
इस तरह की कड़ी कार्रवाई से साफ संकेत मिलते हैं कि सहरसा पुलिस अपराध के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है और जिले में कानून-व्यवस्था को बेहतर बनाए रखने के लिए कड़े कदम उठा रही है। पुलिस की इस सफलता से न केवल अपराधियों का मनोबल टूटेगा, बल्कि आम जनता को भी सुरक्षा की भावना मिलेगी
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