रंगरा चौक प्रखंड अंतर्गत तिनटंगा दियारा दक्षिणी पंचायत के आदर्श मध्य विद्यालय तिनटंगा दियारा में शनिवार को सुरक्षित शनिवार के अवसर पर एक साथ कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। कार्यक्रम का नेतृत्व राज्य स्तरीय मास्टर ट्रेनर संस्कृताचार्य डॉ. शिवनाथ रविदास उर्फ चहकनाथ भागलपुरी ने किया, जबकि अध्यक्षता विद्यालय के प्रधानाध्यापक नितेश कुमार ने की।

जोखिम की पहचान और बचाव का दिया प्रशिक्षण
जून माह के चौथे सुरक्षित शनिवार के तहत विद्यालय में हज़ार्ड हंट यानी जोखिम की पहचान सह पानी में डूबने से बचाव के उपायों पर आधारित प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण को खेल-खेल में, नाटकीय और रुचिपूर्ण अंदाज में अभिनय कर के बच्चों को समझाया गया ताकि बच्चे इसे आसानी से याद रख सकें और जीवन में लागू कर सकें। बच्चों को सिखाया गया कि किस प्रकार विद्यालय आने-जाने के दौरान वे रास्ते में गड्ढे, बिजली के टूटे तार, फिसलन वाली जगह, नाले और नदी किनारे के खतरों को पहचान कर स्वयं को सुरक्षित रख सकते हैं। इसके साथ ही पानी में गिरने या डूबने की स्थिति में कैसे तैरना या स्वयं को बचाना है, इस पर भी मॉकड्रिल के माध्यम से अभ्यास कराया गया।
मॉकड्रिल में बच्चों की शानदार सहभागिता
कार्यक्रम में पूजा, आकृति, अनुराधा, साक्षी, सोनी, कोमल, सुशीला, जागृति, शिवदुलारी, ममता, प्रीति, हिम्मतभाई, आदित्य, अभिषेक, शिवम्, सोनू, आयुष, रोशन, सत्यम, अभिनव, धर्मराज, प्रीतम, राहुल, आनंद, दीपक, सुधांशु, दिलखुश, महादेव, मनु, अभिमन्यु, सुप्रिया, खुशबू, ब्यूटी, ज्योति, वैष्णवी आदि बच्चों ने भूमिका निभाते हुए अभिनय और मॉकड्रिल में भाग लिया। बच्चों ने रोल प्ले के माध्यम से बारिश के मौसम में जलजमाव के दौरान सुरक्षित रास्ता चुनना, बाढ़ आने पर ऊंचे स्थान पर जाना, और साथियों को सतर्क करने जैसे तरीकों को प्रस्तुत किया।
अभिभावकों ने की विद्यालय परिवार की सराहना
कार्यक्रम को देखकर उपस्थित अभिभावकों ने विद्यालय परिवार की सराहना की। उन्होंने कहा कि विद्यालय द्वारा इस प्रकार का कार्यक्रम बच्चों को जीवन कौशल सिखाने के साथ-साथ आत्मविश्वास भी प्रदान करता है। इस तरह की गतिविधियां बच्चों में सुरक्षा के प्रति जागरूकता पैदा करती हैं और आपदा के समय उनका आत्म-रक्षा कौशल विकसित करती हैं।
मौके पर उपस्थित लोग
कार्यक्रम में प्रधानाध्यापक नितेश कुमार, वरीय शिक्षक जयप्रकाश सिन्हा, डॉ. पुष्कर कुमार, प्रवीण कुमार जायसवाल, राजेश कुमार, शिवनाथ रविदास, आयुष आनंद, पवन कुमार सहित कई अन्य शिक्षक और अभिभावक उपस्थित थे। सभी ने बच्चों की प्रस्तुति की सराहना करते हुए इस प्रकार के प्रशिक्षण को समय-समय पर कराने की आवश्यकता बताई ताकि बच्चे और अभिभावक दोनों सुरक्षित और जागरूक बन सकें।
इस अवसर पर विद्यालय परिसर में सुरक्षित और प्रेरक वातावरण बना रहा, जहां बच्चों ने सीखने के साथ मस्ती भी की, और सुरक्षा के महत्व को गहराई से समझा।
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