भागलपुर: राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (क्षेत्र संकार्य प्रभाग), उपक्षेत्रीय कार्यालय भागलपुर में आज दिनांक 29 जून 2025 को 19वाँ सांख्यिकी दिवस बड़े ही उत्साह और गरिमा के साथ मनाया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री राजीव कुमार झा, वरीय सांख्यिकी अधिकारी सह कार्यालय प्रभारी द्वारा की गई। उन्होंने उपस्थित सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को संबोधित करते हुए इस दिवस के महत्व और इसके ऐतिहासिक पृष्ठभूमि की जानकारी दी।

श्री झा ने बताया कि सांख्यिकी दिवस हर वर्ष प्रोफेसर प्रशांत चन्द्र महलनोबिस की जयंती के उपलक्ष्य में 29 जून को मनाया जाता है। वर्ष 2007 से भारत सरकार द्वारा इस दिन को राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस के रूप में घोषित किया गया था। प्रो. महलनोबिस को भारत में आधुनिक सांख्यिकी का जनक माना जाता है। वे न केवल एक महान वैज्ञानिक और सांख्यिकीविद थे, बल्कि उन्होंने भारत की योजना पद्धति और नीति निर्धारण की दिशा को नई दिशा दी।
प्रो. महलनोबिस का जन्म 29 जून 1893 को हुआ था। उन्होंने प्रतिदर्श सर्वेक्षण (Sample Survey) की अवधारणा को भारत में लागू कर इसे राष्ट्रीय योजनाओं का आधार बनाया। उनके मार्गदर्शन में ही भारतीय सांख्यिकी संस्थान (ISI) की स्थापना हुई और राष्ट्रीय सांख्यिकी संगठन (NSSO) का गठन हुआ। श्री झा ने बताया कि आज देश के आर्थिक, सामाजिक, स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, ग्रामीण विकास जैसे हर क्षेत्र में नीति निर्धारण के लिए सांख्यिकीय आँकड़ों का अत्यधिक महत्व है।
कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि देश की प्रगति के लिए विश्वसनीय और अद्यतन आंकड़ों की आवश्यकता होती है और यह कार्य सांख्यिकी विभाग के कंधों पर ही होता है। आंकड़ों के माध्यम से ही योजनाओं की प्रभावशीलता का आकलन और भविष्य की योजनाओं का निर्माण संभव हो पाता है।
इस अवसर पर मंच का संचालन श्री रंजीत कुमार, वरीय सांख्यिकी अधिकारी द्वारा किया गया। उन्होंने कार्यक्रम को सुव्यवस्थित ढंग से संचालित किया और सभी वक्ताओं तथा प्रतिभागियों को अपनी बात रखने का अवसर दिया। वहीं, कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन श्री पवन कुमार, वरीय सांख्यिकी अधिकारी द्वारा किया गया। उन्होंने सभी उपस्थित अधिकारियों, कर्मचारियों और आगंतुकों को इस कार्यक्रम में अपनी सहभागिता देने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।
कार्यक्रम में कार्यालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी जैसे श्री संजय कुमार मिश्रा, वरीय सांख्यिकी अधिकारी, सहित सभी कनीय सांख्यिकी अधिकारी, सर्वेक्षण पर्यवेक्षक एवं सर्वेक्षण प्रगणक उपस्थित रहे। सभी ने प्रो. महलनोबिस के योगदान को याद करते हुए उनके विचारों को आत्मसात करने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम में विभागीय अधिकारियों ने सांख्यिकी के विविध पहलुओं पर भी संक्षिप्त व्याख्यान प्रस्तुत किए, जिनमें यह बताया गया कि सटीक डेटा संग्रहण और विश्लेषण से सरकार और प्रशासनिक इकाइयों को सही और समय पर निर्णय लेने में सहायता मिलती है। वर्तमान युग में डेटा एक नई शक्ति के रूप में उभरा है, और सांख्यिकी विज्ञान इसकी रीढ़ है।
इस अवसर पर उपस्थित कर्मचारियों और अधिकारियों को प्रो. महलनोबिस के जीवन से प्रेरणा लेने और उनके अनुसंधानों को आगे बढ़ाने का आह्वान किया गया। कार्यक्रम के अंत में प्रो. महलनोबिस के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई।
इस प्रकार, भागलपुर स्थित राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय में आयोजित 19वें सांख्यिकी दिवस समारोह ने एक बार फिर यह संदेश दिया कि संख्या, डेटा और विश्लेषण के बिना आज के युग में कोई भी योजना प्रभावी रूप से कार्यान्वित नहीं की जा सकती। प्रो. महलनोबिस के कार्य आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं जितने उनके समय में थे, और हर सांख्यिकी अधिकारी का यह कर्तव्य है कि वे उनके सिद्धांतों को जीवन में उतारें और देश के विकास में भागीदार बनें।
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