पटना में विदेश से आए तीन लोग, दो डॉक्टर, एक डॉक्टर की बेटी, पांच स्वास्थ्यकर्मी समेत कुल 136 नए संक्रमित मिले हैं। अब सक्रिय संक्रमितों की संख्या 405 पर पहुंच गई है। इसके अलावा 100 ऐसे संक्रमित शामिल हैं जो संक्रमण के सात दिन बाद हुई जांच में दोबारा पॉजिटिव मिले हैं। उधर, एम्स में चार महीने बाद एक दिन में सबसे अधिक चार संक्रमित भर्ती कराए गए।
जो नए संक्रमित मिले हैं उनमें दानापुर से लेकर पटना सिटी तक के मोहल्ले के हैं। जिला स्वास्थ्य समिति से मिली जानकारी के अनुसार नए संक्रमितों में सबसे अधिक पटना सिटी इलाके के हैं। कोरोना का संक्रमण एक बार फिर से स्वास्थ्यकर्मियों को तेजी से अपनी चपेट में लेने लगा है।
पिछले 24 घंटे में चार डॉक्टर समेत 10 स्वास्थ्यकर्मी संक्रमित पाए जा चुके हैं। शनिवार को एम्स पटना के दो डॉक्टर समेत सात स्वास्थ्यकर्मी संक्रमित मिले। इनमें से एक डॉक्टर दो दिन पहले अंडमान से लौटे थे। वहीं, पीएमसीएच की एक डॉक्टर की बेटी संक्रमित मिली। इससे पहले पीएमसीएच के दो डॉक्टर भी संक्रमित हो चुके हैं।
यूएसए, यूके और नीदरलैंड से लौटे लोग भी संक्रमित
पटना के तीन मोहल्ले में ऐसे लोग भी संक्रमित पाए गए हैं जो विदेश से आए हैं। इनमें पीसी कॉलोनी का संक्रमित यूएसए से, लोहियानगर नगर निवासी यूके से तथा कदमकुआं से मिला संक्रमित नीदरलैंड से लौटा है। सिविल सर्जन कार्यालय द्वारा इनके संपर्क में आए लोगों का सैंपल शनिवार को लिया गया है। तीनों संक्रमितों का सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए लैब में भेजा जाएगा।
शनिवार को मिले संक्रमितों में ग्रामीण क्षेत्र के तीन को छोड़ सभी पटना शहरी इलाके के हैं। ग्रामीण क्षेत्र के तीन संक्रमितों में दो दुल्हिनबाजार के हैं। शहरी क्षेत्र के संक्रमित पटना सिटी, कंकड़बाग, राजेंद्रनगर, मखनिया कुआं, कुम्हरार, हनुमाननगर, पीएमसीएच, जगदेवपथ, शास्त्रीनगर, नेपाली नगर, एग्जीबिशन रोड, बाकरगंज, महेंद्रू, गोलघर, बुद्धा कॉलोनी, रुपसपुर, गोला रोड, बोरिंग रोड, दीघा, पटेलनगर, पीसी कॉलोनी, दरियापुर, बाकरगंज, खेतान मार्केट, कदमकुआं, जकनपुर, गर्दनीबाग, फुलवारीशरीफ, अनीसाबाद, कुर्जी आदि समेत अन्य इलाके से हैं।
तारीख संक्रमित मिले सक्रिय मरीज
01 जनवरी- 136 405
31 दिसंबर 105 266
30 दिसंबर- 60 —
29 दिसंबर- 26 103
28 दिसंबर- 10 76
27 दिसंबर- 10 69
26 दसंबर- 10 60
25 दिसंबर- 04 55
ओमिक्रॉन पीड़ित जांच में निगेटिव मिला
ओमिक्रॉन पॉजिटिव किदवईपुरी निवासी अब जांच में निगेटिव आया है। पीड़ित ने समय रहते टेस्ट कराया तथा घर में ही खुद को आइसोलेट किया। उनके परिवार के सदस्यों की जांच की गई तथा सभी निगेटिव पाए गए हैं। पीड़ित की सहमति लेकर उन्हें आइकन बनाया जाएगा, ताकि दूसरों को बचाव के लिए प्रेरित किया जा सके। एसीएमओ ने बताया कि उन्हें 2 दिन फीवर, 2 दिन गले में खरास थी। वे सामान्य दवा से ठीक हो गए। एसीएमओ ने फोन पर उनसे बात भी की।
एनएमसीएच में सोलह डॉक्टर मिले संक्रमित, अस्पताल में हड़कंप
एनएमसीएच की सेंट्रल इमरजेंसी में शनिवार को रैपिड एंटीजन से 75 डॉक्टरों की जांच की गयी। इसमें 16 डॉक्टर की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है। सभी डॉक्टरों की आरटीपीसीआर जांच करायी जा रही है। दो दिन पूर्व अस्पताल के कई डॉक्टरों ने आईएमए के सम्मेलन में भाग लिया था। जिनमें कोरोना के लक्षण मिलने पर अस्पताल की सेंट्रल इमरजेंसी में एंटीजन से जांच की गयी।
जांच में अब तक सोलह की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है। इस संबंध में एनएमसीएच के अधीक्षक डॉ. विनोद कुमार सिंह ने बताया कि पॉजिटिव होने वालों में रेजिडेंट डॉक्टर, पीजी, शिशु रोग विभाग व अन्य विभागों के डॉक्टर व इंटर्न शामिल हैं। इनकी आरटीपीसीआर की रिपोर्ट रविवार को आ जाएगी। डॉक्टरों के संक्रमित पाए जाने से अस्पताल में हड़कंप मचा है।
नालंदा की कोरोना संक्रमित महिला भर्ती
एनएमसीएच कोरोना नोडल सेंटर में शनिवार को एक और कोरोना संक्रमित को भर्ती किया गया। एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ. मुकुल कुमार सिंह व अधीक्षक डॉ. विनोद कुमार सिंह ने बताया कि नालंदा जिले के चंडी गांव की 40 वर्षीया महिला इलाज के लिए एनएमसीएच आई थी। यहां जांच में वह संक्रमित पायी गयी। वहीं 27 दिसंबर को भर्ती वैशाली जिले के जुड़ावनपुर के 20 वर्षीय युवक को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
अधीक्षक की मानें तो पीड़ित बगैर सूचना के ही अस्पताल से चला गया। नालंदा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. हीरालाल महतो ने बताया कि अस्पताल में आनेवाले 104 मरीज़ों की आरटीपीसीआर जांच करायी गयी। इसमें 13 मरीज संक्रमित पाए गए। हालांकि किसी को भर्ती नहीं किया गया है। सभी को होम आइसोलेशन में रहने का निर्देश दिया गया है।