बिहार के गया जिले में तैनात पुलिस उप निरीक्षक (एसआई) अनुज कश्यप की मौत ने पुलिस महकमे से लेकर आम लोगों तक को स्तब्ध कर दिया है। मामला न केवल एक अधिकारी की निजी जिंदगी से जुड़ा है, बल्कि इसमें प्रेम प्रसंग, विवाहेतर संबंध और आपसी विवाद जैसे पहलू भी सामने आए हैं। इस घटना ने मानसिक स्वास्थ्य और पेशेवर दबाव के बीच संतुलन की गंभीरता पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
**8 अगस्त की सुबह मिला शव**
गया शहर में किराए के मकान में रह रहे एसआई अनुज कश्यप का शव 8 अगस्त को उनके कमरे से बरामद किया गया। बताया जाता है कि वे गया के एसएसपी कार्यालय में मीडिया सेल प्रभारी के रूप में तैनात थे और पुलिस कार्रवाई से जुड़े प्रेस नोट तैयार करना उनकी जिम्मेदारी थी। घटना से ठीक पहले, रात 9:35 बजे उन्होंने आखिरी प्रेस रिलीज जारी की थी। लेकिन अगले ही दिन पुलिस को उनकी मौत की सूचना प्रसारित करनी पड़ी।
**पिता का आरोप, महिला सहकर्मी पर एफआईआर**
अनुज कश्यप के पिता ने इस मामले में गया जिले के बेलागंज थाने में तैनात महिला एसआई स्वीटी कुमारी के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। आरोप है कि मृतक को शादी के लिए दबाव डाला जा रहा था और मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा था। एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस ने महिला एसआई को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
**मुलाकात से रिश्ते तक का सफर**
अनुज कश्यप सहरसा जिले के रहने वाले थे। साल 2021 में उनकी पहली पोस्टिंग गया जिले के इमामगंज थाने में हुई थी, जहां उनकी मुलाकात स्वीटी कुमारी से हुई। दोनों सहकर्मी होने के नाते एक साथ ड्यूटी करते, बातचीत बढ़ी और धीरे-धीरे नजदीकियां भी। ड्यूटी के बाद दोनों का साथ में घूमना-फिरना और खाना खाना आम हो गया था।
**ट्रांसफर के बाद भी जुड़ा रहा संपर्क**
जब उनके रिश्ते की चर्चा महकमे में होने लगी तो वरीय अधिकारियों ने दोनों को अलग-अलग स्थानों पर भेज दिया। अनुज को एसएसपी कार्यालय में मीडिया सेल का इंचार्ज बनाया गया और स्वीटी को बेलागंज थाना भेज दिया गया। इसी बीच अनुज कश्यप की शादी हो गई। उनकी पत्नी दिल्ली में रहकर यूपीएससी की तैयारी कर रही थीं। शादी के बाद रिश्तों में दूरी आई, लेकिन कुछ समय बाद फिर संपर्क शुरू हो गया।
**घटना वाली रात**
पुलिस जांच के अनुसार, घटना वाली रात अनुज कश्यप और स्वीटी कुमारी के बीच फोन पर बातचीत हो रही थी। यह बातचीत वीडियो कॉल के दौरान बहस में बदल गई। आरोप है कि इसी दौरान अनुज ने वीडियो कॉल पर ही आत्मघाती कदम उठा लिया।
**सुबह पहुंची महिला एसआई**
बताया जाता है कि घटना के बाद महिला एसआई सुबह करीब 5 बजे अनुज के किराए के मकान पर पहुंचीं। उन्होंने दरवाजा खुलवाने की कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली। इसके बाद मकान मालिक ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़कर कमरे में प्रवेश किया और शव को बरामद किया।
**पुलिस की जांच में क्या निकला**
पुलिस पूछताछ में महिला एसआई ने अनुज कश्यप के साथ प्रेम संबंध की बात स्वीकारी और शादी को लेकर बातचीत होने की भी पुष्टि की। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि उनका इरादा किसी को नुकसान पहुंचाने का नहीं था। फिलहाल, पुलिस साइबर साक्ष्य, कॉल डिटेल रिकॉर्ड और अन्य पहलुओं की जांच कर रही है।
**मृतक का पारिवारिक पक्ष**
परिवार के मुताबिक, अनुज कश्यप की शादी को केवल दो साल हुए थे। उनकी पत्नी दिल्ली में रहकर पढ़ाई कर रही थीं और गृहस्थी से दूर थीं। पिता का कहना है कि मृतक पर पत्नी को तलाक देने और दूसरी शादी करने का दबाव डाला जा रहा था।
**मामले में आगे की कार्रवाई**
गया पुलिस ने स्पष्ट किया है कि यह मामला संवेदनशील है और जांच तथ्यों व साक्ष्यों के आधार पर आगे बढ़ रही है। पुलिस अधिकारी साइबर थाने में मिले डिजिटल सबूतों के साथ-साथ व्यक्तिगत बातचीत और परिस्थितियों का विश्लेषण कर रहे हैं।
**मानसिक स्वास्थ्य पर सवाल**
यह मामला केवल एक व्यक्तिगत विवाद का नहीं, बल्कि पुलिसकर्मियों के मानसिक स्वास्थ्य पर भी गंभीर सवाल खड़ा करता है। लगातार तनाव, ड्यूटी का दबाव और निजी जीवन की चुनौतियां कई बार भावनात्मक संतुलन को प्रभावित कर सकती हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे मामलों में समय रहते काउंसलिंग और मानसिक सहयोग जरूरी है।
**संतुलित जांच की आवश्यकता**
घटना के बाद कई तरह की चर्चाएं सोशल मीडिया और स्थानीय स्तर पर हो रही हैं, लेकिन पुलिस का कहना है कि जांच पूरी होने से पहले किसी भी नतीजे पर पहुंचना जल्दबाजी होगी। फिलहाल, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और डिजिटल साक्ष्यों के आधार पर पुलिस आगे की कानूनी कार्रवाई करेगी।
इस तरह यह मामला गया के एक होनहार पुलिस अधिकारी की अचानक हुई मौत का है, जिसमें व्यक्तिगत रिश्तों के उलझाव, आपसी विवाद और मानसिक दबाव जैसे कई पहलू सामने आ रहे हैं। परिवार न्याय की उम्मीद कर रहा है, जबकि पुलिस तथ्यों के आधार पर जांच को अंजाम दे रही है