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भागलपुर में शुक्रवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राज्य और केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। ‘नौकरी दो या सत्ता छोड़ो’ के नारों के साथ युवा कांग्रेस कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए और समाहरणालय की ओर कूच किया। इस दौरान बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने जिला समाहरणालय के मुख्य गेट पर विरोध प्रदर्शन करते हुए सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

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प्रदर्शन की अगुवाई कांग्रेस के स्थानीय नेताओं और युवा मोर्चा के पदाधिकारियों ने की। कार्यकर्ताओं का आरोप था कि देश और राज्य में बेरोजगारी चरम पर है, लेकिन सरकारें सिर्फ झूठे वादे कर रही हैं। युवा वर्ग का भविष्य अंधकार में है, परीक्षाएं समय पर नहीं होतीं और जो होती हैं, उनमें धांधली या पेपर लीक जैसी घटनाएं आम हो गई हैं।

प्रदर्शन के दौरान कुछ कार्यकर्ता समाहरणालय के मुख्य गेट पर चढ़ गए और वहां से नारेबाजी करने लगे। इस घटना के बाद स्थिति काफी उग्र हो गई और जिला प्रशासन को समाहरणालय का मुख्य गेट बंद करना पड़ा। सुरक्षा को देखते हुए समाहरणालय में प्रवेश और निकास पर पाबंदी लगा दी गई।

स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सदर अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीओ) पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया गया, लेकिन वे अपनी मांगों पर अड़े रहे। प्रशासन ने इसे विधि व्यवस्था में बाधा मानते हुए प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी।

एसडीओ ने स्पष्ट किया कि लोकतांत्रिक तरीके से प्रदर्शन करना सभी का अधिकार है, लेकिन सरकारी कार्य में बाधा डालना और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाना कानून के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि वीडियो फुटेज और तस्वीरों के आधार पर उपद्रव करने वाले तत्वों की पहचान कर उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी।

प्रदर्शनकारी मांग कर रहे थे कि सरकार तुरंत युवाओं को रोजगार देने के लिए ठोस कदम उठाए। वे सरकारी विभागों में खाली पड़े पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू करने, प्रतियोगी परीक्षाओं में पारदर्शिता लाने और युवाओं को स्वरोजगार के लिए सहायता देने की मांग कर रहे थे।

प्रदर्शन के चलते पूरे इलाके में घंटों तक अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। समाहरणालय के आस-पास स्थित दुकानें और दफ्तर बंद कर दिए गए। यातायात भी प्रभावित हुआ और आम लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।

प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती कर दी और ड्रोन कैमरों से नजर रखी जा रही है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है, लेकिन पुलिस और प्रशासन किसी भी अनहोनी से निपटने के लिए पूरी तरह सतर्क है।

कांग्रेस के जिलाध्यक्ष ने कहा कि यह प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से आयोजित किया गया था, लेकिन प्रशासन की लापरवाही और पुलिस के रवैये ने माहौल को बिगाड़ दिया। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने युवाओं की समस्याओं को गंभीरता से नहीं लिया, तो आगे और उग्र आंदोलन होंगे।

उधर, स्थानीय प्रशासन ने कहा कि कानून व्यवस्था भंग करने की इजाजत किसी को नहीं दी जाएगी। प्रदर्शन के नाम पर हिंसा या सरकारी कार्य में बाधा डालना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

भागलपुर में हुए इस प्रदर्शन ने यह साफ कर दिया है कि युवा वर्ग सरकार की नीतियों से बेहद नाराज है और रोजगार के मुद्दे पर अब चुप बैठने वाला नहीं है। आने वाले दिनों में अगर सरकार ने ठोस कदम नहीं उठाए तो विरोध की लहर और तेज हो सकती है।

 

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By admin

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