ट्रकट्रक



भागलपुर: जेएलएनएमसीएच (जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल), भागलपुर में इलाज के दौरान एक ट्रक चालक की मौत हो गई। मृतक की पहचान बांका जिले के रजौन थाना क्षेत्र के बड़ी ढाका गांव निवासी बिक्कु कुमार के रूप में हुई है। बिक्कु पेशे से ट्रक चालक था और अपने परिवार के भरण-पोषण का एकमात्र सहारा था।

परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार, बिक्कु कुछ दिन पहले ही ट्रक चलाकर बाहर से अपने गांव लौटा था। लौटने के बाद वह पूरी तरह स्वस्थ था और रोजमर्रा के काम में लगा हुआ था। घटना के दिन वह रोज की तरह शाम को टहलने के बहाने खेत की ओर निकला था, लेकिन देर रात तक वह वापस घर नहीं लौटा। परिजन जब उसकी खोजबीन करने लगे, तो काफी देर बाद वह लड़खड़ाते हुए घर पहुंचा। उसकी चाल और बोलचाल से ही यह स्पष्ट हो गया था कि वह किसी नशे या शारीरिक अस्वस्थता की हालत में है।

ट्रक


घर पहुंचते ही उसकी तबीयत तेजी से बिगड़ने लगी। उल्टी-दस्त और बेहोशी जैसे लक्षण दिखाई देने लगे, जिसके बाद परिजन आनन-फानन में उसे भागलपुर के मायागंज अस्पताल (जेएलएनएमसीएच) लेकर पहुंचे। वहां डॉक्टरों ने तुरंत इलाज शुरू किया, लेकिन स्थिति गंभीर होती चली गई और अंततः इलाज के दौरान बिक्कु की मौत हो गई।

मौत की खबर सुनते ही परिवार में कोहराम मच गया। परिजनों ने शक जताया है कि बिक्कु को जानबूझकर जहर पिलाया गया है। उनका आरोप है कि उसके कुछ दोस्तों ने उसे शराब के साथ ज़हरीला पदार्थ मिलाकर पिलाया, जिससे उसकी हालत बिगड़ गई। परिजनों के अनुसार, बिक्कु को शराब पीने की आदत नहीं थी, इसलिए यह संभावना जताई जा रही है कि वह धोखे से या जबरन ज़हरीली शराब का शिकार हुआ।

घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने अस्पताल पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। साथ ही मामले की जांच भी शुरू कर दी गई है। पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि घटना वाले दिन बिक्कु किन लोगों के संपर्क में था, और उसके साथ क्या हुआ। पुलिस ने परिवार से भी विस्तृत बयान लिया है और गांव में पूछताछ की जा रही है।

गांव वालों के अनुसार, बिक्कु एक शांत स्वभाव का व्यक्ति था और किसी से कोई दुश्मनी नहीं रखता था। ऐसे में उसकी अचानक और संदिग्ध परिस्थितियों में मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। अगर यह सच है कि उसे ज़हर देकर मारा गया, तो यह एक गंभीर अपराध है जिसकी तह तक जाना बेहद जरूरी है।

फिलहाल पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है, जिससे मौत का असली कारण स्पष्ट हो सके। रिपोर्ट आने के बाद ही यह तय हो पाएगा कि यह मामला हत्या का है या ज़हरीली शराब पीने से हुई मौत का।

इस घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी है और ग्रामीणों के बीच भी भय और चिंता का माहौल है। लोग मांग कर रहे हैं कि दोषियों की जल्द पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

 

अपना बिहार झारखंड पर और भी खबरें देखने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें

सुपौल के कदमपुरा में आग पीड़ितों की मदद के लिए आगे आए संतोष यादव, 11 गरीब परिवारों को आर्थिक सहायता दी

सहरसा में बड़ी साजिश नाकाम: कार्बाइन और कारतूस के साथ युवक गिरफ्तार, पुलिस की सतर्कता से टली बड़ी वारदात

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *