बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के ऐलान के बाद टिकट के लिए दावेदारों ने पटना में अपने पाँव जमा दिए हैं। इस बीच शिवहर से मौजूदा विधायक चेतन आनंद का रुख पूरी तरह आश्वस्त और आत्मविश्वासी नजर आ रहा है। चेतन आनंद का कहना है कि उन्हें जेडीयू से इस बार भी टिकट मिलने में कोई संदेह नहीं है। यही कारण है कि वह पटना की दौड़ में भाग लेने की बजाय अपने क्षेत्र में सक्रिय हैं और अपने मतदाताओं से संपर्क बढ़ा रहे हैं।
चेतन आनंद ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा किया, जिसमें वह तलवार थामे नजर आ रहे हैं। पोस्ट के कैप्शन में उन्होंने लिखा, “है कुछ लोग जिन्हें फिक्र के बादलों ने घेरा है। हम वो हैं, जो चिंता को तलवार की नोक पर रखते हैं।” इस बयान से साफ हो गया कि चेतन आनंद खुद को टिकट की चिंता से मुक्त मानते हैं और किसी भी राजनीतिक दांव-पेंच से प्रभावित नहीं हैं।
विधायक खुद कहते हैं, “मुझे टिकट की कोई चिंता नहीं है। जो लोग पटना दौड़ लगाते हैं, उन्हें शुभकामनाएं। मैं आश्वस्त हूं कि मुझे पार्टी से टिकट मिलेगा और मैं एक बार फिर शिवहर से चुनाव लड़ूंगा। पिछले चुनाव में भी लोग चिंता कर रहे थे, लेकिन मैं क्रिकेट खेल रहा था। अब महावीरी झंडा लिए तलवार से खेल रहा हूं। जो लोग पटना जा रहे हैं उन्हें मुबारक।”
राजनीतिक विश्लेषक भी चेतन आनंद के इस आत्मविश्वास को सही मानते हैं। उनका कहना है कि चेतन आनंद का जेडीयू से टिकट लगभग तय है। विरोधी भी धीरे-धीरे स्वीकार कर रहे हैं कि चेतन आनंद का परिवार और उनके पिता आनंद मोहन सिंह लंबे समय से राजनीति में प्रभावशाली रहे हैं और किसी भी पार्टी से टिकट पाने में सफल रहते हैं।
इतिहास भी चेतन आनंद के पक्ष में है। 2020 विधानसभा चुनाव में उन्होंने राजद के टिकट पर जीत हासिल की थी। हालांकि, 2024 में जब नीतीश कुमार ने महागठबंधन छोड़कर एनडीए की सरकार बनाई, तब बहुमत प्रस्ताव के दौरान चेतन आनंद सत्ता पक्ष के साथ चले गए। इस बार संभावना है कि वह जेडीयू के सिंबल पर चुनाव लड़ेंगे। उनकी मां, लवली आनंद, फिलहाल शिवहर से जेडीयू की सांसद हैं, जिससे परिवार की राजनीतिक पकड़ और मजबूत होती है।
चेतन आनंद का यह आत्मविश्वास यह भी दिखाता है कि वह क्षेत्र के मतदाताओं और पार्टी नेतृत्व में अपनी स्थिति को लेकर पूरी तरह सुनिश्चित हैं। उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि किसी भी राजनीतिक हलचल या पटना दौड़ में भाग लेने वालों की गतिविधियों से वह प्रभावित नहीं होंगे। उनके पोस्ट और बयान से स्पष्ट हो गया है कि शिवहर में उनका राजनीतिक दबदबा बरकरार है और वह आगामी विधानसभा चुनाव में अपनी स्थिति को मजबूत बनाने की पूरी तैयारी कर रहे हैं।
चेतन आनंद का यह रवैया उनके समर्थकों के लिए उत्साहजनक है। उनका कहना है कि राजनीति में कभी-कभी बाहरी दबाव और अफवाहें होती रहती हैं, लेकिन सिटिंग विधायक होने के नाते उन्हें अपने क्षेत्र और जनता की सेवा पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। उनके इस आत्मविश्वास ने उनके विरोधियों के मन में भी प्रश्न खड़ा कर दिया है कि क्या उन्हें चुनौती दी जा सकती है।
कुल मिलाकर, शिवहर के विधायक चेतन आनंद का यह संदेश स्पष्ट है कि उन्हें जेडीयू से टिकट मिलने का भरोसा है और वह बिना किसी चिंता के आगामी चुनाव में अपने मतदाता और क्षेत्र के हित में सक्रिय रहेंगे। उनका यह आत्मविश्वास आगामी विधानसभा चुनाव के परिणामों पर भी असर डाल सकता है और उनकी स्थिति को और मजबूत कर सकता है।
