बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की आधिकारिक घोषणा हो चुकी है। नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने दो चरणों में चुनाव कराने का ऐलान किया। उन्होंने बताया कि इस बार चुनाव आयोग ने “वन स्टॉप डिजिटल प्लेटफॉर्म — ECINet” की शुरुआत की है, जो देश के चुनावी इतिहास में एक बड़ा डिजिटल बदलाव साबित होगा।

मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि ECINet को ‘मदर ऑफ ऑल ऐप्स’ कहा जा सकता है, क्योंकि यह एक ऐसा एकीकृत प्लेटफॉर्म है जो चुनाव से जुड़ी सभी डिजिटल सेवाओं को एक ही जगह पर लाता है। अब मतदाताओं, राजनीतिक दलों और चुनाव अधिकारियों — सभी को इससे जुड़ी जानकारियां रियल टाइम में मिलेंगी।

🔹 क्या है ECINet?

ECINet यानी Election Commission Integrated Network — एक ऐसा डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जो चुनाव आयोग की 40 से अधिक मोबाइल और वेब एप्लिकेशन्स को एक ही जगह पर जोड़ता है। पहले जहां मतदाताओं को अलग-अलग ऐप्स जैसे — Voter Helpline, cVIGIL, KYC, ERO-Net आदि का उपयोग करना पड़ता था, वहीं अब इन सभी सुविधाओं का उपयोग एक ही प्लेटफॉर्म से किया जा सकेगा।

इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से मतदाता अपनी वोटर जानकारी अपडेट कर सकते हैं, मतदाता सूची में अपना नाम चेक कर सकते हैं, और डिजिटल फोटो वोटर स्लिप डाउनलोड कर सकते हैं। साथ ही मतदान केंद्र का पता, मतदान की तारीख और उम्मीदवारों की जानकारी भी सिर्फ एक क्लिक में मिलेगी।

🔹 मतदाताओं को मिलेंगी ये बड़ी सुविधाएं:

1. मतदाता सूची जांच और अपडेट: अब किसी भी मतदाता को यह जानने के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा कि उसका नाम लिस्ट में है या नहीं।
2. डिजिटल वोटर स्लिप: पेपर स्लिप की जगह डिजिटल स्लिप डाउनलोड कर सकेंगे।
3. नो योर कैंडिडेट (KYC): इस फीचर से मतदाता अपने क्षेत्र के प्रत्याशी की व्यक्तिगत जानकारी, आपराधिक रिकॉर्ड और संपत्ति विवरण जान पाएंगे।
4. शिकायत दर्ज करने की सुविधा: कोई भी मतदाता फोटो या वीडियो के साथ आचार संहिता उल्लंघन की शिकायत कर सकेगा।
5. रियल टाइम रिजल्ट और वोट प्रतिशत: मतगणना के समय ऐप पर तुरंत परिणाम और वोटिंग प्रतिशत की अपडेट मिलेगी।

🔹 ECINet से क्या फायदे होंगे?

इस प्लेटफॉर्म से मतदाताओं को अलग-अलग ऐप्स डाउनलोड करने की जरूरत नहीं होगी। एक ही प्लेटफॉर्म से सभी सेवाएं मिलने के कारण डिजिटल डिवाइड कम होगा और डेटा मैनेजमेंट आसान बनेगा।
इसके साथ ही मतदान केंद्रों से लेकर राज्य चुनाव अधिकारियों तक रिपोर्टिंग और निगरानी की प्रक्रिया पारदर्शी व तेज होगी। चुनाव आयोग का मानना है कि ECINet से चुनावी प्रक्रिया में ई-गवर्नेंस और पारदर्शिता दोनों को बढ़ावा मिलेगा।

🔹 बिहार में पहली बार पूर्ण उपयोग

हालांकि ECINet का कुछ सीमित उपयोग जून 2025 के उपचुनावों में पंजाब, केरल, गुजरात और पश्चिम बंगाल में किया गया था, लेकिन इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में इसे पूरी क्षमता के साथ लागू किया जा रहा है।
यह पहली बार होगा जब किसी राज्य में सभी चरणों की मतदान प्रक्रिया, डेटा कलेक्शन, मॉनिटरिंग और रिपोर्टिंग ECINet प्लेटफॉर्म के जरिए होगी।

🔹 कब होंगे बिहार में चुनाव?

मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि बिहार विधानसभा के चुनाव दो चरणों में होंगे —

पहला चरण: 6 नवंबर 2025 — 121 सीटों पर मतदान
दूसरा चरण: 11 नवंबर 2025 — 122 सीटों पर मतदान
मतगणना: 14 नवंबर 2025 को होगी

कुल मिलाकर 243 विधानसभा सीटों के लिए मतदान होगा। आयोग ने बताया कि प्रत्येक बूथ पर अधिकतम 1200 मतदाता होंगे और 100% मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था की जाएगी।

🔹 डिजिटल युग में कदम रखता बिहार

ECINet का प्रयोग बिहार में चुनावी प्रबंधन के डिजिटल कायाकल्प का प्रतीक है। इससे न सिर्फ चुनाव पारदर्शी और सुविधाजनक होंगे, बल्कि मतदाताओं की भागीदारी भी बढ़ेगी।
चुनाव आयोग का लक्ष्य है कि “कोई योग्य मतदाता छूटे नहीं” — और ECINet इस दिशा में एक बड़ी पहल साबित होगा।

 

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