बिहार के नवगछिया पुलिस जिला अंतर्गत गोपालपुर थाना क्षेत्र के करचीरा गांव में बुधवार को एक हृदयविदारक घटना ने पूरे इलाके को दहला दिया। दिनदहाड़े बेखौफ अपराधियों ने एक ग्रामीण चिकित्सक की गोली मारकर हत्या कर दी। मृतक की पहचान मो. रिजवान (पुत्र मो. आलमगीर) के रूप में की गई है, जो क्षेत्र में ग्रामीण चिकित्सक के रूप में अपनी सेवा दे रहे थे। बताया जा रहा है कि वे अपने किसी कार्य से एक सहयोगी के साथ दूध लेने के लिए करचीरा गांव गए थे, तभी यह वारदात घटी।

अपराधियों ने घात लगाकर किया हमला
प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह हमला पूरी तरह से पूर्व नियोजित था। अपराधी पहले से ही चार-पांच साथियों के साथ घात लगाकर बैठे थे। जैसे ही मो. रिजवान गांव में पहुंचे, उन पर अचानक ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी गई। गोलियों की आवाज से गांव में भगदड़ मच गई। जान बचाने के लिए मो. रिजवान गांव की गलियों में दौड़ते रहे, लेकिन अपराधियों ने उन्हें दौड़ाकर तीन गोलियां मारीं। इनमें से एक गोली उनके सीने में लगी, जिससे उनकी हालत गंभीर हो गई।
इलाज के दौरान तोड़ा दम
गोली लगने के बाद ग्रामीण चिकित्सक को आनन-फानन में परिजनों ने स्थानीय लोगों की मदद से ऑटो में बैठाकर गोपालपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। प्राथमिक इलाज के बाद चिकित्सकों ने उन्हें बेहतर चिकित्सा सुविधा के लिए मायागंज अस्पताल रेफर कर दिया। लेकिन दुर्भाग्यवश, इलाज के क्रम में उन्होंने दम तोड़ दिया। चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
हत्या के पीछे रंगदारी और व्यक्तिगत विवाद की आशंका
इस सनसनीखेज हत्याकांड के बाद गांव में कई तरह की चर्चाएं तेज हो गई हैं। कुछ लोगों का कहना है कि मो. रिजवान की आर्थिक स्थिति अच्छी थी और कुछ असामाजिक तत्व लंबे समय से उनसे रंगदारी की मांग कर रहे थे। वहीं, कुछ लोग इस घटना को अवैध संबंधों से भी जोड़कर देख रहे हैं। हालांकि, इन अटकलों की अब तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
पुलिस जांच में जुटी, लेकिन चुप्पी साधे हुए
इस घटना के बाद करचीरा सहित आस-पास के गांवों में दहशत और तनाव का माहौल है। ग्रामीणों में गुस्सा और असुरक्षा की भावना गहराई है। वहीं, पुलिस फिलहाल मामले की गंभीरता से जांच कर रही है, लेकिन आधिकारिक रूप से किसी तरह की जानकारी देने से बच रही है। पुलिस का कहना है कि मामले की छानबीन की जा रही है और जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
इलाके में दहशत, लोग सहमे
दिनदहाड़े हुई इस निर्मम हत्या ने पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अपराधी अब खुलेआम दिन में भी अपराध करने से नहीं डर रहे हैं, जिससे आम नागरिकों में भय का माहौल बन गया है। बच्चों और महिलाओं में विशेष रूप से डर का माहौल है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने प्रशासन से अपराधियों की तत्काल गिरफ्तारी और पीड़ित परिवार को सुरक्षा व मुआवजा देने की मांग की है।
निष्कर्ष
करचीरा गांव में ग्रामीण चिकित्सक की निर्मम हत्या से यह स्पष्ट हो गया है कि क्षेत्र में अपराधियों के हौसले किस कदर बुलंद हैं। यह घटना केवल एक चिकित्सक की हत्या नहीं, बल्कि पूरे समाज की सुरक्षा व्यवस्था पर गहरा सवाल है। अगर प्रशासन ने शीघ्र ही इस मामले में कठोर कदम नहीं उठाए, तो भविष्य में ऐसी घटनाएं और बढ़ सकती हैं। ग्रामीणों को सुरक्षा का भरोसा दिलाने और अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस को अब त्वरित और प्रभावी कार्रवाई करनी होगी।
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