गर्मीगर्मी


बिहार में गर्मी ने एक बार फिर से अपना तीखा रूप दिखाना शुरू कर दिया है। आसमान से बरसती धूप और हवा में घुली चिपचिपी उमस ने लोगों का हाल बेहाल कर दिया है। राज्य के अधिकांश हिस्सों में पारा तेजी से चढ़ रहा है, जिससे आम जनजीवन पर गहरा असर पड़ा है। मौसम विभाग के अनुसार, रविवार 9 जून को राज्य के मध्य और पश्चिमी हिस्सों में गर्मी और उमस का सबसे अधिक असर देखने को मिल सकता है। इन इलाकों में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है।

गर्मी

हालांकि, इस भीषण गर्मी के बीच एक राहत भरी खबर भी सामने आई है। मौसम विज्ञान केंद्र ने जानकारी दी है कि 10 जून की रात के बाद बंगाल की खाड़ी में एक नया सिस्टम सक्रिय हो सकता है, जिससे प्रदेश के उत्तर और पूर्वी जिलों में सबसे पहले बारिश की शुरुआत होगी। इसके बाद यह सिस्टम धीरे-धीरे पूरे राज्य को प्रभावित करेगा और लोगों को गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद है।

गर्मी-उमस की दोहरी मार

9 जून को बिहार के गया, पटना, भोजपुर, औरंगाबाद, जहानाबाद, अरवल, सिवान, सारण, गोपालगंज, पश्चिमी व पूर्वी चंपारण जैसे जिलों में अधिक गर्मी और उमस का प्रभाव रहेगा। मौसम विभाग ने स्पष्ट किया है कि इन इलाकों में अगले 24 घंटों में बारिश की कोई संभावना नहीं है। इस कारण इन जिलों में लू जैसे हालात बन सकते हैं। दिन का तापमान 40 डिग्री के करीब और रात का तापमान भी सामान्य से ऊपर बना रहेगा, जिससे नींद में भी खलल की संभावना है।

मानसून अभी दूर, हालात गंभीर

मौसम विभाग के मुताबिक, बिहार में अभी मानसून की उत्तरी सीमा नहीं पहुंची है। ऐसे में अगले दो से तीन दिनों तक तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी हो सकती है। इसके साथ ही न्यूनतम तापमान में भी वृद्धि के संकेत हैं। राज्य में हवाओं की गति सामान्य से काफी कम दर्ज की गई है। नालंदा और औरंगाबाद जैसे कुछ क्षेत्रों में 26 किमी/घंटा की हल्की हवा चली जरूर, लेकिन इससे लोगों को कोई खास राहत नहीं मिली।

किसानों और आम जनता को सलाह

मौसम की इस चुनौतीपूर्ण स्थिति को देखते हुए मौसम विभाग ने किसानों और आम नागरिकों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है। लोगों को कहा गया है कि वे अत्यधिक धूप में बाहर निकलने से बचें, पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहें और हल्के सूती कपड़े पहनें। किसानों को भी सलाह दी गई है कि वे खेतों में काम करते समय सिर ढकें और दोपहर के समय में विश्राम करें।

राहत की उम्मीद, लेकिन इंतजार जरूरी

राज्य के मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, बंगाल की खाड़ी से बनने वाला सिस्टम धीरे-धीरे सक्रिय हो रहा है, जिससे 10 जून की रात के बाद बारिश की शुरुआत होने की संभावना है। उत्तर और पूर्वी बिहार के जिलों में सबसे पहले इसका असर दिखेगा और धीरे-धीरे पूरे प्रदेश को राहत मिलेगी। हालांकि, यह सिस्टम कितना प्रभावी रहेगा, यह आने वाले दो दिनों में ही स्पष्ट हो पाएगा।

निष्कर्ष

फिलहाल बिहारवासियों को गर्मी और उमस से जूझना पड़ेगा, लेकिन मौसम विभाग की मानें तो 10 जून के बाद से मौसम में बदलाव की संभावना बन रही है। ऐसे में लोगों को अभी सतर्कता बरतनी होगी और मौसम की ताजा अपडेट पर नजर बनाए रखनी होगी।

 

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