गर्भ

नवगछिया। परिवार नियोजन को बढ़ावा देने और महिलाओं को अनचाहे गर्भ से राहत दिलाने के उद्देश्य से अनुमंडल अस्पताल नवगछिया में सोमवार को सबडर्मल इंप्लांट लगाकर इसकी विधिवत शुरुआत की गई। इस दौरान 12 महिलाओं को बांह में सबडर्मल इंप्लांट लगाया गया। इस नई विधि से महिलाओं को तीन वर्षों तक अनचाहे गर्भ से सुरक्षा मिलेगी और उन्हें बार-बार गर्भनिरोधक गोलियों या अन्य अस्थायी साधनों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।

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इस संबंध में डीसीएम भरत कुमार सिंह ने बताया कि परिवार नियोजन के क्षेत्र में सबडर्मल इंप्लांट एक कारगर और सरल विकल्प है। इस विधि में महिलाओं की बांह में त्वचा के नीचे एक छोटा इंप्लांट डाला जाता है, जो धीरे-धीरे हार्मोन छोड़कर तीन साल तक गर्भधारण को रोकता है। उन्होंने कहा कि कई बार महिलाएं गोलियां समय पर नहीं खा पाती हैं, जिससे अनचाहा गर्भ ठहरने की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। ऐसे में यह नई तकनीक उनके लिए लाभकारी साबित होगी और उनके स्वास्थ्य की रक्षा करते हुए परिवार नियोजन को सुदृढ़ बनाएगी।

इस अवसर पर पीएसआई इंडिया के मैनेजर अयाज असरफी ने कहा कि सबडर्मल इंप्लांट देश के कई राज्यों में सफलतापूर्वक अपनाई जा रही है और महिलाओं को इससे राहत मिल रही है। नवगछिया अनुमंडल अस्पताल में इसकी शुरुआत से यहां की महिलाओं को भी इसका लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि इंप्लांट लगाने की प्रक्रिया सुरक्षित और सरल है, जिसे विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा लगाया जा रहा है।

कार्यक्रम में अस्पताल के उपाधीक्षक पिकेंश कुमार ने बताया कि अनुमंडल अस्पताल में परिवार नियोजन को लेकर लगातार जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में बढ़ती महंगाई और सीमित संसाधनों के बीच परिवार नियोजन का महत्व और बढ़ गया है। ऐसे में यह नई विधि महिलाओं के स्वास्थ्य और उनके परिवार की आर्थिक सुरक्षा के लिए भी अहम भूमिका निभाएगी।

महिला चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. तनिशा और तनु कुमारी ने बताया कि इंप्लांट लगाने से पूर्व सभी महिलाओं की स्वास्थ्य जांच की गई और उन्हें इसके लाभ, प्रक्रिया और देखभाल के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि इंप्लांट लगाने के बाद महिलाओं को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होती है और वे अपने दैनिक कार्य सामान्य रूप से कर सकती हैं।

इस मौके पर अस्पताल के प्रबंधक जितेंद्र कुमार ने बताया कि भविष्य में अधिक से अधिक महिलाओं तक यह सुविधा पहुंचाने के लिए गांव और शहरों में जागरूकता शिविर भी लगाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि नवगछिया अनुमंडल अस्पताल में महिलाओं की सुविधा के लिए अलग काउंटर और विशेष समय तय किया जाएगा, ताकि उन्हें सहजता से इंप्लांट की सुविधा मिल सके।

कार्यक्रम के सफल आयोजन में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने भी सक्रिय योगदान दिया। इस पहल से नवगछिया अनुमंडल क्षेत्र की महिलाओं को सुरक्षित और प्रभावी परिवार नियोजन का विकल्प प्राप्त होगा, जिससे मातृ और शिशु मृत्यु दर में भी कमी लाने में मदद मिलेगी।

स्वास्थ्य विभाग की इस पहल से महिलाओं में उत्साह देखा गया और उन्होंने इसे उपयोगी बताते हुए अन्य महिलाओं को भी इसके लिए जागरूक करने की बात कही। इस अवसर पर अस्पताल में स्वास्थ्य कर्मी, आशा कार्यकर्ता और अन्य स्टाफ भी उपस्थित रहे।

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