कांवड़ यात्रा पर निकले श्रद्धालु बताते है, देवघर स्थित सुप्रसिद्ध बाबा बैद्यनाथ धाम में जाकर सच्चे मन से जलाभिषेक करते है तो उनकी हर मनोकामना देवों के देव महादेव हर परिस्थिति में पूरी करते हैं.
सावन के महीने में ज्यादातर लोग शिव भक्ति में रमें रहते है. कोई घर में शिवलिंग का स्थापना कर श्रद्धा से पूजा करते है तो कोई शिवालयों में जाकर पूजा अर्चना करते है. वही कई भक्त कांवड़ लेकर मिलो सफर कर प्रसिद्ध शिवालयों में जलार्पण करते नजर आते है. इसी को लेकर कांवड़ यात्रा पर निकले श्रद्धालु बताते है, देवघर स्थित सुप्रसिद्ध बाबा बैद्यनाथ धाम में जाकर सच्चे मन से जलाभिषेक करते है तो उनकी हर मनोकामना देवों के देव महादेव हर परिस्थिति में पूरा करते हैं.
बंगाल निवासी कांवरिया सुजीत कुमार बताते हैं कि लगातार 10 वर्षों से सुल्तानगंज स्थित उत्तर वाहिनी गंगा से जल भरकर कांवड़ लेकर पैदल 105 किलो मीटर की यात्रा कर देवघर बाबा बैद्यनाथ महादेव का जलाभिषेक करते है. कहा जाता की देवों का देव महादेव अपने श्रद्धालु की हर मनोकामना पूरा करते है जिसको लेकर हमारी टोली बीते 10 वर्षो से लगातार कांवड़ लेकर बाबा धाम जाते है और भोलेनाथ सभी मनोकामना पूरा करते है.
कांवरिया बताते है की इस यात्रा को बांका प्रशासन सुलभ कर देते है. आपको बता दें, पूरी यात्रा 105 किलोमीटर की है जबकि 55 किलोमीटर सिर्फ बांका में यात्रा होता है.
बांका जिला प्रशासन के द्वारा कच्ची कांवड़ पथ पर हर सुविधा उपलब्ध कराइ जाती है. जैसे मेडिकल, मसाज, निशुल्क भोजन, निशुल्क विश्रामालय, जगह – जगह पर मनोरंजन के लिए जागरण की व्यवस्था के अलावा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की मुहैय्या कराती है, जिससे इस यात्रा में शामिल हर कांवरिये को बिना किसी डर और भय के यात्रा कर सके जो हमें काफी पसंद आता है और हम लोग बंगाल से लगातार सुल्तानगंज से जल भरकर बाबा बैद्यनाथ जाकर जलाभिषेक करते हैं.
हर तरफ गूंजता है बोल बम का जय घोष
कांवरिया बताते हैं कि जैसे ही सुल्तानगंज से जल भरकर पैदल यात्रा शुरू करते हैं तो चारों तरफ श्रद्धालु के श्रद्धा भाव और बोल बम किनारा से गूंज उठता है और ऐसा प्रतीत होता है कि साक्षात महादेव का आशीर्वाद हो और उन्हीं के निर्देश पर यह सारा कार्य हो रहा है. महादेव हर किसी के मनोकामना को हमेशा पूरा करते हैं और यही कारण है कि हम लोग हर वर्ष श्रद्धा भाव से जल भरकर बाबा बैद्यनाथ धाम जाकर महादेव का जलाभिषेक करते हैं.
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