बिहार विधानसभा चुनाव के बीच बीजेपी के फायरब्रांड नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह एक बार फिर अपने विवादित बयान को लेकर सुर्खियों में हैं। इस बार उन्होंने बुर्का को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए कहा कि *“जिन लोगों को मतदान केंद्र पर बुर्का उठाने में शर्म आती है, उन्हें एयरपोर्ट पर मुंह दिखाने में कोई दिक्कत नहीं होती है।”
उन्होंने स्पष्ट कहा कि यदि मतदान केंद्र पर किसी मतदाता पर संदेह होगा, तो बूथ पर बुर्का उठवाकर पहचान की जाएगी, क्योंकि “यह देश इस्लामिक कानून से नहीं, बल्कि बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान से चलता है।”
“बुर्का उठवाने में शर्म कैसी?” — गिरिराज सिंह
गिरिराज सिंह ने शुक्रवार को बेगूसराय में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा,
> “बुर्का पर इतना हंगामा क्यों? क्या भारत इस्लामिक देश है? यह देश बाबा साहेब के संविधान से चलता है। जब एयरपोर्ट पर बुर्का उठाकर पहचान बताने में शर्म नहीं आती, तो मतदान केंद्र पर क्यों?”
उन्होंने आगे कहा कि अगर किसी मतदाता पर शंका होगी, तो राजनीतिक दलों के पोलिंग एजेंट के पास भी बुर्का उठवाकर पहचान सत्यापित करने का अधिकार है।
कांग्रेस और आरजेडी पर जमकर निशाना
केंद्रीय मंत्री ने विपक्षी दलों पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि “भारत के अंदर ‘इंडी गठबंधन’ बिहार में लालू यादव और कांग्रेस के माध्यम से घुसपैठियों के वोट बैंक पर राजनीति कर रहा है।”
गिरिराज सिंह ने आरोप लगाया कि कांग्रेस और आरजेडी ने बांग्लादेशी मुसलमानों को मुसलमानों का प्रतिनिधि मान लिया है।
उन्होंने कहा,
> “मैं यह मानता हूं कि जब एनडीए की सरकार फिर से बनेगी, तब एक-एक घुसपैठिए को चुन-चुनकर बिहार से बाहर किया जाएगा। उन्हें कोई बचाने नहीं आएगा।”
उन्होंने यह भी कहा कि “बांग्लादेशी मुसलमानों को भारत में रहने का हक नहीं है, और सीएए-एनआरसी का विरोध इन्हीं लोगों के समर्थन में किया गया था।”
राहुल गांधी पर तंज — “ये नेपो ब्वॉय हैं”
गिरिराज सिंह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी व्यक्तिगत तंज कसा। उन्होंने कहा,
> “ये नेपो ब्वॉय हैं — यानी बड़े बाप के बेटे। इन्हें क्या मतलब दलित और महादलित से? ये तो घूमने गए थे, घूमकर आए और वर्चुअल मीटिंग में कैंडिडेट तय कर रहे हैं। इन्हें जमीनी सच्चाई की कोई समझ नहीं।”
उनका यह बयान आते ही कांग्रेस नेताओं ने इसे नीच स्तर की राजनीति बताया है और चुनाव आयोग से शिकायत करने की बात कही है।
नीतीश की सीएम उम्मीदवारी पर बोले — “चुनाव के बाद फैसला होगा”
जब गिरिराज सिंह से नीतीश कुमार की मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवारी को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा,
> “एनडीए में सबकुछ ठीक है। हम एकजुट हैं और चुनाव के बाद जैसे सभी सांसदों ने नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री चुना था, वैसे ही सभी विधायक मिलकर मुख्यमंत्री का चयन करेंगे।”
उन्होंने दावा किया कि बेगूसराय की सभी सातों विधानसभा सीटों पर एनडीए की जीत सुनिश्चित है।
“2010 से बेहतर प्रदर्शन होगा” — गिरिराज सिंह का दावा
केंद्रीय मंत्री ने भरोसा जताया कि एनडीए इस बार 2010 के विधानसभा चुनाव से भी बेहतर प्रदर्शन करेगा। उन्होंने कहा कि विपक्षी गठबंधन में न एकता है, न नेता है, न नीति और न नीयत।
> “विपक्ष केवल जाति और धर्म की राजनीति कर रहा है, जबकि एनडीए विकास और सुरक्षा के मुद्दे पर जनता के बीच जा रहा है।”
राजनीतिक विवाद तेज
गिरिराज सिंह के इस बयान से बिहार की राजनीति में एक बार फिर धार्मिक और साम्प्रदायिक बहस छिड़ गई है। कांग्रेस और आरजेडी नेताओं ने इसे मतदान केंद्रों पर डर और भेदभाव फैलाने की कोशिश बताया है, जबकि बीजेपी नेताओं का कहना है कि गिरिराज सिंह ने केवल मतदाता पहचान की पारदर्शिता की बात कही है।
अब देखना होगा कि चुनाव आयोग इस बयान पर क्या रुख अपनाता है, क्योंकि मतदान से पहले ऐसे बयान राजनीतिक तापमान को और बढ़ा सकते हैं।
