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नवगछिया. अनुमंडलीय अस्पताल में 1102 प्राइवेट लिमिटेड एजेंसी की ओर से उपलब्ध पहला अत्याधुनिक शव वाहन अस्पताल को मिल गया है। इस वाहन को ‘जैन प्लस’ कराया गया है, जिसमें अत्याधुनिक संसाधन और डीप फ्रीजर सिस्टम लगे हैं। इससे मृतकों के शव को सुरक्षित, सम्मानजनक और स्वच्छ ढंग से दूर-दराज के क्षेत्रों तक पहुंचाना अब आसान होगा।

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अब तक किसी मरीज की मृत्यु होने पर परिजनों को सबसे बड़ी समस्या शव को घर तक ले जाने में होती थी। उन्हें निजी वाहन या किराये की गाड़ी की व्यवस्था करनी पड़ती थी, जिससे परिजनों पर न केवल मानसिक दबाव बढ़ता था, बल्कि आर्थिक नुकसान भी होता था। किराए के वाहनों में शवों के लिए उचित व्यवस्था नहीं होने के कारण शव के खराब होने और गंध आने जैसी समस्याएं भी आती थीं, जिससे परिजनों को अपमानजनक स्थिति का सामना करना पड़ता था।

नवगछिया अनुमंडलीय अस्पताल में अब कुल दो बड़े एंबुलेंस, दो छोटे एंबुलेंस और एक अत्याधुनिक शव वाहन की सुविधा हो गई है। शव वाहन में लगे डीप फ्रीजर सिस्टम से शव को कई घंटों तक सुरक्षित रखा जा सकेगा, जिससे गर्मी और दूरी की वजह से शव के सड़ने और गंध आने की समस्या खत्म होगी।

अस्पताल के प्रभारी उपाधीक्षक डॉ. पिंकेश कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि शव वाहन सुविधा का लाभ उठाने के लिए परिजनों को 102 नंबर पर कॉल करना होगा। यदि अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए शव आता है, तो उस स्थिति में शव को घर तक पहुंचाने की यह सेवा पूरी तरह मुफ्त प्रदान की जाएगी। इससे परिजनों को शव को घर तक ले जाने में किसी तरह की परेशानी नहीं होगी और शव को सुरक्षित एवं सम्मानजनक ढंग से अंतिम संस्कार स्थल तक पहुंचाया जा सकेगा।

उन्होंने कहा कि अक्सर देखा जाता था कि शव को ले जाने में समय लगने और गर्मी के कारण शव में दुर्गंध आने लगती थी, जिससे आसपास के लोग और परिजन असहज महसूस करते थे। इस समस्या का समाधान अब इस वाहन से संभव हो गया है। अस्पताल प्रशासन ने इस सुविधा के लिए 1102 प्राइवेट लिमिटेड एजेंसी का आभार व्यक्त किया है, जिससे ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों को राहत मिलेगी।

डॉ. पिंकेश कुमार ने बताया कि अस्पताल में प्रतिदिन सैकड़ों मरीज इलाज के लिए आते हैं और असमय मृत्यु होने पर परिजनों के सामने शव को सुरक्षित घर तक ले जाने की चुनौती रहती है। अब इस वाहन से मृतकों को सम्मानजनक विदाई दी जा सकेगी, जिससे परिजनों की मानसिक पीड़ा भी कम होगी।

उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर अस्पताल में सुविधाओं को सुदृढ़ करने का प्रयास लगातार जारी है। अस्पताल में एंबुलेंस की संख्या बढ़ने से अब आपातकालीन परिस्थितियों में मरीजों को लाने-ले जाने में भी परेशानी नहीं होगी।

नवगछिया अनुमंडलीय अस्पताल प्रशासन ने आम जनता से अपील की है कि इस सुविधा का जिम्मेदारी से उपयोग करें और किसी भी आपात स्थिति में 102 नंबर पर कॉल कर शव वाहन सेवा का लाभ लें। इस पहल से स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में नवगछिया अनुमंडल ने एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया है, जिससे समाज में स्वास्थ्य और मानवता दोनों को मजबूती मिलेगी।

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