रंगरा (भागलपुर)। कोसी नदी पर बने रिंग बांध को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए प्रशासन ने सख्ती दिखानी शुरू कर दी है। इस क्रम में शुक्रवार को रंगरा थाना क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में माइकिंग कर लोगों से रिंग बांध पर से अपना अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया गया। इस अभियान में रंगरा थानाध्यक्ष आशुतोष कुमार ने साफ तौर पर कहा कि बांध को अतिक्रमण मुक्त किया जायेगा ताकि बाढ़ के समय लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

रिंग बांध पर वर्षों से कुछ लोगों ने बासा व कच्चे घर बना रखे हैं, जिससे बांध की मजबूती पर असर पड़ रहा है। इस कारण बाढ़ के समय बांध के कटने की आशंका बनी रहती है और प्रत्येक वर्ष मदरौनी, सधुआ चापर, सहोड़ा एवं जहांगीरपुर बैसी पंचायत क्षेत्र में पानी घुस जाता है। रंगरा सीओ आशीष कुमार ने भी लोगों से अपील की कि वे स्वयं अतिक्रमण हटा लें, अन्यथा प्रशासन द्वारा अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाएगी।
जानकारी के अनुसार रंगरा थाना क्षेत्र में रिंग बांध चापर से लेकर बिहपुर तक बना हुआ है। लेकिन मदरौनी के पास बांध कट जाने के कारण कोसी का पानी सधुआ, चापर, मदरौनी, सहोड़ा सहित चार पंचायतों में प्रवेश कर जाता है और लोगों को हर साल बाढ़ से भारी परेशानी होती है। अब प्रशासन ने बाढ़ पूर्व तैयारियों के तहत इस समस्या को स्थायी रूप से समाप्त करने का निर्णय लिया है। इसके लिए कटाव निरोधी कार्य को भी जल्द आरंभ करने का निर्देश दिया गया है ताकि जहांगीरपुर बैसी क्षेत्र में हो रहे कटाव पर रोक लग सके।
माइकिंग के दौरान साधोपुर, जहांगीरपुर बैसी, सहोड़ा, मदरौनी, सधुआ के लोगों को स्पष्ट कर दिया गया कि बांध की जमीन पर किसी भी प्रकार का निर्माण कार्य या बसेरा बनाकर रहने वालों को हटाया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि कोसी नदी का जलस्तर बढ़ने की स्थिति में बांध की भूमिका महत्वपूर्ण होती है, ऐसे में अतिक्रमण के कारण बचाव कार्य बाधित हो जाता है।
मौके पर मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों ने स्थानीय लोगों से सहयोग की अपील की और कहा कि यह कदम जनहित में उठाया जा रहा है ताकि आगामी बाढ़ में होने वाले नुकसान को रोका जा सके। अधिकारियों ने यह भी बताया कि अतिक्रमण हटने के बाद बांध की मरम्मत व सुदृढ़ीकरण का कार्य कराया जाएगा ताकि कोसी नदी की बाढ़ से इस क्षेत्र के गांवों को सुरक्षित किया जा सके।
प्रशासन की सख्ती और लगातार माइकिंग से क्षेत्र में हलचल है, लेकिन साथ ही लोगों में राहत की उम्मीद भी जगी है कि अब रिंग बांध को मजबूत बनाकर बाढ़ की समस्या से उन्हें राहत मिलेगी।
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