शादी में वर-वधू दोनों पक्ष से लोगों के लिए खाने की भी व्यवस्था की जाएगी. वर एवं वधू के कपड़े की व्यवस्था भी होगी. यानी दूल्हा या दुल्हन का कोई खर्च नहीं होगा. जानिए कैसे और कब उठा सकते हैं इसका फायदा.
भागलपुर. बिहार में लड़की को लोग अभिशाप के तौर पर समझते हैं. इसका मुख्य कारण यह है कि शादी में होने वाले खर्चे और दहेज. जिस वजह से बचपन में ही कई बार लड़कियों को मार दिया जाता है या तो फिर भ्रूण हत्या हो जाती है. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के स्टूडेंट फॉर हेल्प के नवगछिया इकाई के द्वारा आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग वर एवं वधू की सामूहिक तौर पर शादी तेतरी दुर्गा मंदिर में करवाई जाएगी. 22 मार्च को सामूहिक शादी का आयोजन किया जाएगा. जिसके आयोजन करता अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्य होंगे. जिसमें उन्होंने 21 वर एवं वधू जोड़ों का शादी करवाने का लक्ष्य रखा है.
आर्थिक स्थिति नहीं बनेगी परेशानी
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के अनुज चौरसिया का कहना है कि कई ऐसे वर वधू हैं, जो आर्थिक स्थिति खराब होने पर उनकी शादी रुक जाती है या फिर शादी में देरी होती है. इसको लेकर हमने एक मुहिम चलाई है जो कि अपने सनातन धर्म में पूरे रीति रिवाज के साथ मंदिर में शादी करवाई जाएगी.
इस शादी में वर-वधू दोनों पक्ष से कुल मिलाकर 60 लोगों का खाने की भी व्यवस्था की जाएगी. वही वर एवं वधू के कपड़े की व्यवस्था भी एवं शादी में लगने वाले सामानों की व्यवस्था भी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की नवगछिया इकाई वहन करेगी.
जारी किया गया है नम्बर
इस सामूहिक शादी में सम्मिलित होने के लिए नंबर भी जारी करवाया गया है. 8877951189,9973233729 इस नंबर पर कॉल कर आप विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं से संपर्क कर सकते हैं. यह शादी का कार्यक्रम संध्या 6:00 बजे से 22 मार्च को शुरू हो जाएगा.
जाति विशेष का कोई बंधन नहीं
इस सामूहिक शादी में किसी भी जाति विशेष का कोई बंधन नहीं है. कोई भी हिंदू वर वधू 22 मार्च को इस सामूहिक शादी में भाग ले सकते हैं. जिसका की सनातन धर्म के हिसाब से रीति-रिवाजों के साथ दुर्गा माता मंदिर के प्रांगण में मंदिर के पुजारी के हाथों विवाह संपन्न होगा.