पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को विपक्ष की तरफ से राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार घोषित किया जा सकता है। मंगलवार सुबह की उनकी एक ट्वीट ने इन अटकलों को और बल दे दिया है। टीएमसी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने ट्वीट कर कहा, ‘टीएमसी में उन्होंने मुझे जो सम्मान और प्रतिष्ठा दिया, उसके लिए मैं ममता जी का आभारी हूं। अब एक समय आ गया है जब एक बड़े राष्ट्रीय उद्देश्य के लिए मुझे पार्टी से हटकर अधिक विपक्षी एकता के लिए काम करना होगा। मुझे यकीन है कि वह इस कदम को स्वीकार करती हैं।”
उनसे जब राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष के उम्मीदवार के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह अपने ट्वीट से अधिक कुछ नहीं बोल सकते हैं।
यशवंत सिन्हा ने भारत के वित्त और विदेश मंत्री के रूप में कार्य किया है। वह फिलहाल तृणमूल कांग्रेस के उपाध्यक्ष हैं। उन्होंने 2018 में भाजपा छोड़ दी थी। आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्षी नेताओं के साथ बातचीत कर रही हैं।
पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल गोपालकृष्ण गांधी द्वारा पद के लिए नामित होने से इनकार करने के एक दिन बाद विपक्षी नेता राष्ट्रपति चुनाव के बारे में चर्चा करने के लिए मंगलवार को शरद पवार के आवास पर बैठक कर रहे हैं। इससे पहले, पवार और नेशनल कांफ्रेंस के संरक्षक फारूक अब्दुल्ला ने प्रस्तावों को ठुकरा दिया था।
विपक्ष के तीन संभावित उम्मीदवारों ने किया इनकार
राष्ट्रपति पद के लिए तीन संभावित उम्मीदवारों के चुनाव लड़ने से इनकार करने के साथ विपक्षी दलों के नेता 18 जुलाई को होने वाले चुनाव के लिए संयुक्त उम्मीदवार का नाम तय करने को लेकर मंगलवार दोपहर दिल्ली में फिर से बैठक करेंगे। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला के इनकार के बाद सोमवार को पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल गोपालकृष्ण गांधी ने भी आगामी राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के लिए विपक्षी दलों के नेताओं के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया।