शाहकुंड; स्थानीय बीआरसी में लक्ष्मनाडीह गांव की दर्जनभर महिलाओं ने सोमवार को गांव के विद्यालय को दूसरे गांव के विद्यालय में शिफ्ट करने को लेकर विरोध जताया। प्राथमिक विद्यालय लक्ष्मनाडीह भवन के अभाव में गांव के सामुदायिक भवन में चलाया जा रहा था। विभागीय आदेश पर इस विद्यालय को एक साल पहले मध्य विद्यालय लत्तीपुर में शिफ्ट किया गया था। लेकिन वहां विद्यालय के करीब 130 छात्रों में से कुछ ही छात्र शिफ्ट किए गए विद्यालय में जाते थे। करीब पांच एक माह से इस विद्यालय को मध्य विद्यालय शहजादपुर में शिफ्ट कर दिया गया है। लेकिन इस विद्यालय में भी वहां के साथ छात्र पढ़ने नहीं जा रहे।
विरोध करनेवाली महिला इंदू देवी, अनुपम, पार्वती, रीता, प्रमिला और मनोरमा सहित कई ने कहा कि दो किलोमीटर दूर शिफ्ट किए गए विद्यालय में पढ़ने जाने में गिर जाने से एक छात्र का हाथ टूट गया है। जब तक गांव में विद्यालय नहीं चलाया जाएगा, तब तक छात्र शिफ्ट किए गए विद्यालय में नहीं जाएंगे। इसके लिए इन महिलाओं ने बीइओ को आवेदन दिया है। इस संबंध में बीइओ श्यामकली ने बताया कि इसकी जानकारी वरीय पदाधिकारियों को दी जाएगी। उनके द्वारा जो आदेश होगा, वैसा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सोमवार को इस शिफ्ट किए गए विद्यालय की जांच की गई। वहां के छात्र पढ़ने नहीं आए थे। तीन शिक्षिकाओं में एक शिक्षिका शोभा कुमारी बिना सूचना अनुपस्थित पाई गई। विद्यालय में एमडीएम बंद है।