नई दिल्ली: हस्तरेखा शास्त्र से करियर, तरक्की, आर्थिक स्थिति, विवाह आदि के अलावा भविष्य में होने वाली बीमारियों के बारे में भी पता चल जाता है. हाथ की रेखाएं बता देती हैं कि व्यक्ति का कब स्वास्थ्य खराब होने वाला है या वो किस गंभीर बीमारी का शिकार हो सकता है. आइए आज जानते हैं कि हाथ की रेखाओं की स्थिति और उनमें हो रहे बदलावों के जरिए सेहत के बारे में कैसे जाना जा सकता है.
जिन जातकों की हृदय रेखा पर गोल द्वीप बने या शनि पर्वत के नीचे मस्तिष्क रेखा पीली पड़ जाए तो उसे अचानक बेहोश होने जैसी स्थितियों का सामना करना पड़ता है.
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वहीं मंगल क्षेत्र पर काला चिह्न होना या हृदय रेखा पर काला तिल या द्वीप होना हार्ट अटैक होने का संकेत देता है.
जिन जातकों के चंद्र पर्वत पर नक्षत्र का निशान हो वे लोग जीवन भर पेट से जुड़ी किसी न किसी बीमारी से ग्रस्त रहते हैं.
जिन लोगों के हाथ और नाखून पीलें हों, साथ ही नाखूनों पर धब्बे दिखें उनको आंतों से जुड़ी समस्या होने की आशंका रहती है. यदि इसके साथ बुध रेखा भी कटी-फटी हो तो इसे ठीक नहीं कहा जा सकता है.
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यदि मंगल पर्वत के आसपास मस्तिष्क रेखा पर सफेद दाग हों और दोनों हाथों में हृदय रेखा खंडित हो तो इसे गुर्दा रोग होने का संकेत माना जा सकता है.
जिन लोगों के हाथ में मस्तिष्क रेखा पर शनि क्षेत्र के नीचे जंजीर जैसा निशान बने तो उन लोगों को फेफड़े या गले के रोग हो सकते हैं.
जिनके हाथ में शनि क्षेत्र उभरा हुआ हो हाथ में ढेर सारी रेखाएं हों, इसके अलावा शनि रेखा लहरदार और लंबी हो तो दांत से संबंधी बीमारियां होती हैं.