तेजस्वी यादव ने कहा कि जब बिहार में महागठबंधन सरकार नियुक्ति पत्र बांटने लगी तो वह भी 75000 लोगों को नियुक्ति पत्र दे रहे हैं। तेजस्वी ने कहा कि वादा हर साल दो करोड़ रोजगार देने का था।
उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा है कि बिहार में महागठबंधन सरकार जब से नियुक्ति पत्र बांटने लगी है तो केंद्र सरकार भी उसका नकल करने लगी है। दो करोड़ रोजगार देने का वायदा करने वाली मोदी सरकार को आठ साल में 16 करोड़ रोजगार देना चाहिए था, लेकिन मात्र 75 हजार को नियुक्ति पत्र बांटा जा रहा है। गरीबी, महंगाई पर चर्चा करने के बजाए जुमला पार्टी की सरकार हिंदु-मुस्लिम और मंदिर-मस्जिद करने पर तुली हुई है।
शुक्रवार को श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री डॉ श्रीकृष्ण सिंह की 135वीं जयंती के मौके पर तेजस्वी ने कहा कि 12 करोड़ की आबादी वाले राज्य बिहार में हम 10 लाख को रोजगार देने की बात कह रहे हैं। सवा सौ करोड़ आबादी वाले देश में प्रधानमंत्री भी 10 लाख को रोजगार देने की बात कह रहे हैं। दो महीने में ही हजारों लोगों को रोजगार मिला है। थोड़ा इंतजार कीजिए, देखिए कितने को रोजगार मिलता है।
तेजस्वी ने कहा कि मोदी सरकार की तरह महागठबंधन की सरकार नहीं है। हम जो कहते हैं, करके दिखाते हैं। डबल इंजन की सरकार थी तो बिहार को क्यों नहीं विशेष दर्जा और विशेष पैकेज मिला। श्रीबाबू की तरह ही सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में महागठबंधन सरकार सबको साथ लेकर सबका विकास कर रही है। राजद को ए टू जेड की पार्टी बताते हुए कहा कि श्रीबाबू आर्किटेक्ट ऑफ बिहार मॉडल थे। वे हमेशा लोगों के उत्थान में लगे रहते थे। भूमिहार समाज को जागरूक बताते हुए कहा कि जो काम करे, उसका साथ दीजिए।