आगरा में एक बंदर ने सिपाही की शराब पार कर दी। होमगार्ड ने कड़ी मशक्कत के बाद बंदर से किसी तरह से बोतल वापस ली। इसके बाद उसे सिपाही का लौटा दी। मामले का वीडियो भी सामने आया है। वीडियो में नजर आ रहा है कि बाइक पर बंदर बैठे हुए हैं। वह बाइक में लगा बैग खोलते हैं। इसके बाद उसमें से शराब की बोतल निकाल लेते हैं। इतना ही नहीं डिब्बे से बोतल भी बाहर निकाल ली। 10 मिनट तक लगे रहने बाद भी वो ढक्कन को खोल नहीं पाए। होमगार्ड के डंडा दिखाने के बाद बंदर बोतल छोड़कर भाग जाते हैं।
ये पूरा मामला जिला मुख्यालय में एसपी ग्रामीण के कार्यालय के बाहर है। बताया जा रहा है कि मंगलवार शाम पुलिसकर्मी बाइक से किसी काम से कलेक्ट्रेट आया आया था। वह बाइक कार्यालय के बाहर खड़ी कर अंदर चला जाता है। इसके बाद बंदर आकर बाइक से बोतल निकाल कर ढक्कन खोलने लगता है। कार्यालय के बाहर मौजूद एक होमगार्ड की नजर शराब की बोतल पकड़े बंदरों पर पड़ी। उसने बंदरों को भगाया। इस पर बंदर बोतल छोड़कर भाग गए। इसके बाद होमगार्ड ने शराब की बोतल पुलिसकर्मी को लौटा दी।
आगरा में बंदरों का आतंक है। शहर में 30 हजार से ज्यादा बन्दर हैं। इनकी संख्या लगातार बढ़ रही है। बन्दर अब आगरा में बड़े-बड़े झुण्ड बनाकर घूमते हैं। बन्दरों के आक्रमण और उनके खाने से हजारों लोग घायल हो चुके हैं और कई लोगों की जान भी गई है। नवंबर 2018 में ग्राम रूनकता में बन्दर मां की गोद से बच्चे को छीनकर ही ले गया जिससे मासूम बच्चे की मौत हो गई थी।
माईथान के हरीशंकर गोयल की मौत बन्दरों के हमले से जुलाई 2019 में हुई थी। मार्च 2020 में उस्मान बन्दरों के कारण अपनी छत से गिरकर मर गया था। अक्टूबर 2020 में भी दो व्यक्तियों की मौत हो हुई थी।यही नहीं, बन्दर आये दिन विश्वदाय स्मारक ताजमहल में भी यात्रियों पर हमला कर देते हैं और बन्दरों की शिकार महिलाएं और बच्चे अक्सर हो जाते हैं।