भागलपुर में भवन निर्माण विभाग के इंजीनियर गजाधर मंडल के खिलाफ विजिलेंस की बड़ी कार्रवाई सामने आई है। स्पेशल बिजनेस यूनिट (एसबीयू) की आठ सदस्यीय टीम ने भागलपुर, पटना और उनके पैतृक गांव पीरपैंती सहित तीन ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। यह कार्रवाई करीब छह घंटे तक चली, जिसमें आय से अधिक संपत्ति से जुड़े कई अहम सबूत बरामद किए गए हैं।
भागलपुर के जीरोमाइल थाना क्षेत्र अंतर्गत रानी तालाब स्थित गंगोत्री अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 302 में विजिलेंस टीम ने गहन तलाशी ली। इस दौरान फ्लैट से करीब 8 लाख रुपये मूल्य के गहने और 2 लाख रुपये नगद बरामद किए गए। इसके अलावा फ्लैट से फ्लैट से जुड़े कागजात भी मिले हैं, हालांकि किसी जमीन के मूल कागजात वहां से बरामद नहीं हुए। इस फ्लैट में इंजीनियर गजाधर मंडल की पत्नी और बेटा रहते हैं। छापेमारी के दौरान परिवार के लोगों ने जांच टीम को पूरा सहयोग किया।
वहीं दूसरी टीम ने उनके पैतृक गांव पीरपैंती में भी छापेमारी की, जबकि पटना स्थित उनके कार्यालय को भी जांच के दायरे में लिया गया। विजिलेंस के डीएसपी राजकुमार सिंह ने बताया कि प्रारंभिक जांच में ऑनलाइन स्रोतों और दस्तावेजों के आधार पर यह सामने आया है कि इंजीनियर गजाधर मंडल ने विभिन्न पदों पर रहते हुए करीब दो करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति अर्जित की है और 15 से 16 स्थानों पर प्लॉट खरीदे हैं।
जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि गजाधर मंडल और उनके परिवार के सदस्यों के नाम पर पटना, भागलपुर और अन्य जगहों पर कई जमीन, फ्लैट और अन्य चल-अचल संपत्तियां हैं। इन सभी संपत्तियों की अनुमानित कुल कीमत करीब 3 करोड़ 72 लाख 61 हजार रुपये आंकी गई है, जो उनकी ज्ञात वैध आय से लगभग 2 करोड़ 82 लाख 61 हजार रुपये अधिक है।
इसी आधार पर गजाधर मंडल और अन्य अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 (संशोधित 2018) की विभिन्न धाराओं तथा भारतीय न्याय संहिता, 2023 के तहत मामला दर्ज किया गया है। जांच के क्रम में गजाधर मंडल और उनकी पत्नी संध्या के नाम से जमीन के 16 डीड भी जब्त किए गए हैं, जिनकी औसतन कीमत लगभग 3 करोड़ 41 लाख 81 हजार रुपये बताई जा रही है। विजिलेंस टीम आगे की जांच में जुटी हुई है।
