आईपीएल के इस सीजन में दिल्ली कैपिटल्स का सबसे बुरा हाल है, जो अपने तीनों मुकाबले हार चुकी है। डेविड वॉर्नर की अगुवाई में दिल्ली का प्रदर्शन अब तक काफी निराशाजनक रहा है। वहीं कप्तान खुद भी इतना धीमा खेल रहे हैं कि उनकी पारियां बेकार जा रही हैं। इसको लेकर दिल्ली के पूर्व कप्तान वीरेंद्र सहवाग ने वॉर्नर पर निशाना साधा है।
इंडियन प्रीमियर लीग 2023 के तहत कुछ टीमें जहां जबरदस्त प्रदर्शन कर रही हैं तो तीन टीमों का हाल बेहद बुरा है। ये टीम अभी तक एक भी मुकाबला नहीं जीत सकी हैं। इन टीमों सबसे बुरा हाल दिल्ली का है, जो अपने तीनों मुकाबले हार चुकी है। दिग्गज खिलाड़ी डेविड वॉर्नर की अगुवाई में दिल्ली कैपिटल्स का प्रदर्शन अब तक काफी निराशाजनक रहा है। टीम को स्टार खिलाड़ी और पूर्व कप्तान ऋषभ पंत की कमी पूरी तरह से खल रही है, जिन्होंने अपने दम पर कई बार मैच जिताए हैं। कार हादसे के बाद चोट के कारण पंत आईपीएल से बाहर हैं। हालांकि मौजूदा कप्तान अब हुए तीन मुकाबलों में से दो में अर्धशतक लगा चुके हैं, लेकिन टीम जीत का स्वाद नहीं चखा सके हैं।
दरअसल, कप्तान डेविड वॉर्नर ने दो अर्धशतक तो लगाए हैं, लेकिन वह अभी तक काफी धीमा खेले हैं। इस कारण उनकी जमकर आलोचना हो रही है। लखनऊ के खिलाफ पहले मैच में वॉर्नर ने 48 गेंदों में 56 रन और गुजरात के खिलाफ दूसरे मैच में 32 गेंदों में 37 रन तो राजस्थान के खिलाफ तीसरे मुकाबले में 55 गेंदों पर 65 रन बनाए थे।
तेज नहीं खेल सकते तो आईपीएल ना खेलो’
दिल्ली के पूर्व कप्तान वीरेंद्र सहवाग ने डेविड वॉर्नर से बेहद खफा हैं। सहवाग ने कहा है कि उन्हें लगता है कि अब वक्त आ गया है कि हम अंग्रेजी में उन्हें बताएं, ताकि वह सुनें और चोट को महसूस करें। उन्होंने कहा कि डेविड आप सुन रहे हैं तो अच्छा खेलें। 25 गेंदों पर 50 रन बनाएं। आप यस्शवी जायसवाल से सीखें, जिन्होंने 25 गेंदों पर 50 बनाए हैं। अगर ऐसा नहीं कर सकते हो तो यहां आकर आईपीएल में ना खेलो।
रोहन गावस्कर ने भी सुनाई खरी-खरी
वहीं, भारत के पूर्व खिलाड़ी रोहन गावस्कर ने भी सहवाग के विचारों पर सहमति जताई है। रोहन ने कहा है कि वॉर्नर जैसे खिलाड़ी से इस तरह धीमी पारी की उम्मीद नहीं थी। उन्होंने कहा कि यदि आप 8 बॉल 8 रन बनाकर आउट होते हैं तो कह सकते हैं कि लय में नहीं हो।
आपके पास सबसे तेज 6000 आईपीएल रन बनाने का अनुभव है। इसलिए आपसे राजस्थान के खिलाफ इतनी धीमी पारी की उम्मीद नहीं थी। आपकी जगह कोई युवा होता तो उसका टूर्नामेंट खत्म हो जाता या फिर उसका आखिरी मैच होता।