गोपालपुर। प्रखंड के सुकटिया बाजार पंचायत अंतर्गत उच्च माध्यमिक विद्यालय तिरासी में चल रहे नए भवन निर्माण कार्य को ग्रामीणों ने मंगलवार को रोक दिया। ग्रामीणों का आरोप है कि संवेदक द्वारा विभागीय अभियंताओं की मिलीभगत से घटिया निर्माण सामग्री का उपयोग किया जा रहा है। इसको लेकर कार्यस्थल पर ग्रामीणों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया और निर्माण कार्य तत्काल बंद करवा दिया।
ग्रामीणों ने बताया कि शिक्षा विभाग की ओर से बिहार शिक्षा परियोजना के तहत उच्च माध्यमिक विद्यालय तिरासी में जी प्लस टू (G+2) स्ट्रक्चर का भवन लगभग दो करोड़ 10 लाख रुपये की लागत से बनाया जा रहा है। इस निर्माण कार्य की जिम्मेदारी पटना की सरोज कंस्ट्रक्शन को दी गई है। लेकिन शुरुआत से ही निर्माण की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठ रहे हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि कार्यस्थल पर अब तक प्राक्कलन से संबंधित कोई भी सूचना पट नहीं लगाया गया है, जिससे कार्य की पारदर्शिता पर संदेह पैदा होता है। आरोप है कि निर्माण में दो-तीन नंबर की ईंटों का उपयोग किया जा रहा है तथा सीमेंट भी घटिया गुणवत्ता का है। ग्रामीण प्रमोद सिंह, अमित कुमार, आलोक सिंह, पिंटू सिंह, कामेश्वर रजक और सीताराम सहित अन्य लोगों ने बताया कि उन्होंने कई बार संवेदक और अधिकारियों को खराब ईंट व सीमेंट की शिकायत की, लेकिन इसके बावजूद मनमाने तरीके से निर्माण कार्य जारी रखा गया।
विरोध प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों ने कहा कि यदि गुणवत्ता से समझौता किया गया तो भविष्य में बच्चों की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है। उन्होंने दोषी संवेदक और संबंधित अभियंताओं पर कार्रवाई की मांग की।
वहीं, सरोज कंस्ट्रक्शन के अभियंता ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि निर्माण कार्य प्राक्कलन के अनुसार ही किया जा रहा है और विभागीय अभियंता प्रतिदिन स्थल पर मौजूद रहकर मॉनिटरिंग कर रहे हैं। शिक्षा विभाग के कनीय अभियंता ई. रामविलास महतो ने बताया कि संवेदक को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि प्राक्कलन के अनुसार ही गुणवत्तापूर्ण निर्माण किया जाए। ग्रामीणों के सुझावों को ध्यान में रखते हुए कार्य की गुणवत्ता सुनिश्चित की जाएगी।
फिलहाल ग्रामीणों के विरोध के बाद निर्माण कार्य रुका हुआ है और मामले को लेकर प्रशासनिक स्तर पर जांच की संभावना जताई जा रही है।
