इस्माईलपुर में शुक्रवार को दशहरा की छुट्टी के उपरांत प्रखंड के गोनरचक बासा मध्य विद्यालय खुलना था, लेकिन समय पर विद्यालय नहीं खुला। छात्र आए और चलते बने। विद्यालय नहीं खुलने के कारण स्थानीय ग्रामीण भी विद्यालय पहुंचे और शिक्षकों से विद्यालय समय पर खोलने की मांग की। शिक्षकों ने कहा कि विद्यालय में मवेशी बांधी जाती थी जिससे विद्यालय में गंदगी थी। इसीलिए सफाई में परेशानी हुई।
ग्रामीण सुबोध चंद्र मंडल ने बताया कि विद्यालय में शिक्षक बहुत हैं, लेकिन पढ़ाई नहीं होती है। विद्यालय में शिक्षक 10:00 बजे के बाद ही पहुंचते हैं। कभी भी कोई जांच पदाधिकारी इस विद्यालय में नहीं आते हैं, जिसके कारण यहां के शिक्षक मनमानी समय पर जाते-आते रहते हैं।
इस विद्यालय में 10 शिक्षक का नियुक्ति है। जबकि नामांकित छात्रों की संख्या मात्र 142 है। शुक्रवार को यहां पर शिक्षकों द्वारा बताया गया कि मात्र 10 छात्र उपस्थित हुए थे जिसे भोजन कराया गया है। जबकि ग्रामीणों ने बताया कि आप चूल्हा भी कभी नहीं जलता है।
क्या कहते हैं प्रधानाध्यापक
प्रधानाध्यापक गंगा रजक बताते हैं कि विद्यालय में छात्रों की उपस्थिति कम रहती है। दियारा इलाका होने के कारण यहां पर नामांकित छात्र की भी संख्या कम है। उन्होंने बताया कि उन्होंने कुछ दिन पहले ही यहां पर योगदान दिया है। विद्यालय में व्यवस्था सुधार करने का प्रयास किया जा रहा है। शुक्रवार को छात्रों की उपस्थिति कम थी। विद्यालय में ग्रामीणों के द्वारा मवेशी बांधने से फैल रही गंदगी को लेकर थोड़ा विवाद हुआ। ग्रामीणों को मवेशी बांधने से मना किया तो ग्रामीण विरोध करने लगे।
क्या कहते हैं प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी
प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी कृष्णकांत सिंह बताते हैं कि विद्यालय में शिक्षकों की नियुक्ति अधिक है। यह हम लोगों की जानकारी में है। सवारी नहीं रहने के कारण उस विद्यालय का पिछले कुछ महीने से निरीक्षण नहीं हो पाया है। अगर वहां पर किसी तरह की परेशानी ग्रामीणों को हुई है तो हम लोग इस पर जांच सोमवार को करके कार्रवाई करेंगे और समय पर विद्यालय खुलेगा।