भागलपुर जिले के जगदीशपुर प्रखंड के तहसुर और सैदपुर घाट पर स्थानीय ग्रामीणों ने पुल निर्माण की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि लंबे समय से पुल निर्माण की मांग की जा रही है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
ग्रामीण रवि कुमार ने बताया कि पुल की अनुपस्थिति के कारण लोगों को जगदीशपुर जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि अगर किसी ग्रामीण की तबीयत खराब हो जाए तो उसे अस्पताल तक पहुँचाने में घंटों का समय लग जाता है। यही नहीं, मौसम की खराब स्थिति में नदी पार करना और भी चुनौतीपूर्ण हो जाता है।
धरने पर बैठे ग्रामीणों ने कहा कि इस पुल के बनने से तहसुर, सैदपुर और आसपास के कई गांवों के लोगों को सीधा लाभ मिलेगा। आवाजाही सुगम होने से बच्चों की पढ़ाई, व्यापार और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा। लोग नियमित रूप से शहर की तरफ आने-जाने में सक्षम होंगे और आपात स्थिति में तत्काल सेवाएं उपलब्ध होंगी।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पिछले कई दिनों से आमरण अनशन पर बैठे रहने के बावजूद किसी भी सरकारी अधिकारी ने मौके पर आकर उनकी समस्याओं को नहीं सुना। इस वजह से स्थानीय लोगों में गुस्सा और नाराजगी बढ़ गई है। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर प्रशासन जल्द ही इस मुद्दे पर ठोस कदम नहीं उठाता, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा और व्यापक स्तर पर ग्रामीण संघर्ष किया जाएगा।
स्थानीय ग्रामीणों ने कहा कि पुल निर्माण सिर्फ स्थानीय लोगों की सुविधा का सवाल नहीं है, बल्कि यह क्षेत्र की सामाजिक और आर्थिक प्रगति के लिए भी आवश्यक है। बच्चे स्कूल और कॉलेज आसानी से जा सकेंगे, व्यापारियों और किसानों को अपने उत्पादों की बिक्री में सुविधा होगी और स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच आसान होगी।
इस धरने में पुरुष, महिला और युवा सभी शामिल हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यह उनका अधिकार है कि वे अपने जीवन की मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए आवाज उठाएं। उन्होंने प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की अपील की है और इस मुद्दे को प्राथमिकता देने की मांग की है।
पुल निर्माण की मांग को लेकर यह धरना ग्रामीणों की लंबे समय से चली आ रही समस्याओं का प्रतीक बन गया है। अधिकारी अभी तक कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे पाए हैं, लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि उनका संघर्ष लगातार जारी रहेगा।
इस मामले में विभागीय अधिकारी का कहना है कि पुल निर्माण योजना पर विचार चल रहा है और जल्द ही प्रक्रिया पूरी होने के बाद काम शुरू किया जाएगा। फिलहाल ग्रामीण धरना प्रदर्शन कर अपनी मांग को जोर दे रहे हैं और प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की उम्मीद कर रहे हैं।
