मेडिकल प्रवेश परीक्षा – नीट 2022 के दौरान करीब 100 छात्राओं को उस समय अपमानित किया गया जब उन्हें परीक्षा देने से पहले अपनी ब्रा उतारने के लिए कहा गया. दरअसल, परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने से पहले उन्हें जांच प्रक्रिया के दौरान मेटल डिटेक्शन स्टेज पर इनरवियर को हटाने के लिए कहा गया.

ड्रेस कोड के अनुसार, छात्रों को परीक्षा हॉल में प्रवेश करते समय किसी भी धातु की वस्तु या सामान पहनने की अनुमति नहीं है. इसे परीक्षा में धोखाधड़ी से बचने का उपाय बताया जा रहा है. जबकि एडवाइजरी बेल्ट के बारे में बात करती है और इसमें ब्रा जैसे अंडरगारमेंट्स का कोई भी उल्लेख नहीं है, जिसमें अंडरवायरिंग शामिल हो सकती है. यह घटना केरल राज्य के कोल्लम स्थित परीक्षा केंद्र में हुई

छात्रों ने शिकायत की कि परीक्षा को पास करने की कोशिश से ठीक पहले उन्हें मानसिक आघात का सामना करना पड़ा. पीड़ित छात्रों के परिजनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. प्राथमिक जानकारी के अनुसार करीब 100 लड़कियों को इस स्थिति का सामना करना पड़ा. यह शिकायत कोट्टारक्का के पुलिस उपाधीक्षक के पास दर्ज कराई गई है.

राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) के अधिकारियों ने बताया कि मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट में रविवार को करीब 95 प्रतिशत उपस्थिति दर्ज की गई, जिसके लिए इस साल सबसे ज्यादा आवेदन आए थे. कुल 18,72,329 उम्मीदवारों ने देश में सबसे बड़ी प्रवेश परीक्षा के लिए पंजीकरण कराया था, जिनमें से 10.64 लाख छात्राएं थीं. एनटीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘परीक्षा में करीब 95 प्रतिशत उपस्थिति दर्ज की गई.’

यह पहली बार था जब नीट मेडिकल प्रवेश परीक्षा के लिए पंजीकरण की संख्या 18 लाख को पार कर गई, जिसमें 2021 की तुलना में 2.5 लाख अधिक छात्रों ने आवेदन किया. पिछले साल, राष्ट्रीय योग्यता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातक (नीट-अंडरग्रेजुएट) 12 सितंबर को आयोजित की गई थी, जिसमें 95 प्रतिशत से अधिक पंजीकृत उम्मीदवार शामिल हुए थे. देश के 3,858 केंद्रों पर आयोजित परीक्षा के लिए 15.44 लाख से अधिक उम्मीदवार उपस्थित हुए थे. इनमें से कम से कम 8.70 लाख छात्रों ने क्वालिफाई किया था.

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