मंगलवार को प्रखंड के मड़वा पूरब पंचायत के औलियाबाद पुस्तकालय में राष्ट्रीय शिक्षिका दिवस पर देश की प्रथम महिला शिक्षिका सा- वित्री बाई फुले की 192 वीं जयंती मनाई गई।
इस मौके पर क्विज, भाषण, कविता व संगीत प्रतियोगिता का आयोजित हुआ जिसमें कक्षा चार से उपर तक जैसे स्नातक व स्नाकोत्तर व प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्र-छात्राएं भाग लिया।
पुस्तकालय कोर कमेटी के संयोजन में हुए इस प्रतियोगिता में अव्वल आने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया । व्यवस्था संचालन में सुजीत कुमार, आनंद कुमार सिंह, बिट्टू, सदानंद व जयहिंद आदि समेत अन्य कई युवा जुटे थे ।
वहीं प्रतियोगिता आयोजन से पूर्व देश की प्रथम महिला शिक्षिका सावित्री बाई फुले के चित्र के समक्ष पुष्प अर्पित कर मुख्य अतिथि मुखिया उषा निषाद समेत प्रतिभागी बच्चों व क्विज प्रतियोगिता का संचालन कर रहे शिक्षकों ने भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित किया।
मुखिया उषा निषाद ने माता सावित्री बाई फूले की कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि महाराष्ट्र के सतारा जिले के नयागांव में 1831 में जन्मी माता सावित्री ने महाराष्ट्र में महिला शिक्षा को जागृत करने करने में अपना पूरा जीवन लगा दिया।
वे देश के पहले बालका स्कूल की प्रधानाध्यापिका व पहले किसान स्कूल की संस्थापिका भी थी । वहीं उन्होंने 1848 ई. में महिलाओं को शिक्षित व सशक्त बनाने के उददेश्य से महाराष्ट्र के पुणे में पहला बालिका स्कूल की स्थापना करवाई थी।